मनरेगा मजदूरों ने लगाया आरोप पीड़ित बोले- मारपीट कर काम बंद कराया और कोतवाली ले गए
गोंडा : जिले में मनरेगा मजदूरों ने भभुआ चौकी इंचार्ज भानु प्रताप सिंह पर मारपीट का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि यहां काम रुकवाने शादी वर्दी में पहुंचे भभुआ चौकी इंचार्ज और मजदूरों के बीच आपसी कहासुनी और धक्का मुक्की भी हुई।जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।जिसमें चौकी इंचार्ज मनरेगा मजदूरों को तालाब से पकड़कर कोतवाली ले जाते हुए दिखाए दे रहे है।शिकायत मिलने पर पुलिस मामले की जांच कर रही है।पूरा मामला करनैलगंज कोतवाली क्षेत्र का है।यहां गोंडा-लखनऊ मार्ग पर छतौनी चौराहे के पास राजस्व विभाग की टीम द्वारा चिन्हित करके गाटा संख्या 243 भूमि को जलमग्न भूमि के रूप में घोषित किया गया था।घोषित किए जाने के बाद ग्राम प्रधान प्रतिनिधि राजू वर्मा द्वारा गाटा संख्या 243 जलमग्न तालाब में मनरेगा मजदूरों के माध्यम से तालाब की खुदाई कर सौंदर्याकरण करने का कार्य किया जा रहा था।तालाब में कार्य करने के दौरान ही मौके पर शादी वर्दी में पहुंचे भभुआ चौकी इंचार्ज भानु प्रताप सिंह ने मनरेगा मजदूरों को कार्य करने से रोक दिया और जबरदस्ती करके कोतवाली ले जाने लगे।चौकी इंचार्ज के खिलाफ कार्रवाई की मांग इसी दौरान मनरेगा मजदूरों और पुलिस कर्मियों में झड़प भी हुई है।मनरेगा मजदूरों ने भभुआ चौकी इंचार्ज पर मारपीट करके जबरन कोतवाली ले जाने का भी आरोप लगाया है।पुलिस कर्मियों और मनरेगा मजदूरों के विवाद दौरान हुई भगदड़ से एक लड़का भी घायल हुआ है।जिसका इलाज चल रहा है।पुलिस की कार्यशैली से नाराज होकर मनरेगा मजदूरों में काफी आक्रोश है।मजदूरों ने भभुआ चौकी इंचार्ज के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।सोनाटा ग्राम प्रधान प्रतिनिधि राजू वर्मा ने बताया कि इस जमीन की हमने दो बार पैमाइश कराई थी।हम मनरेगा मजदूरों के माध्यम से मेड़बंदी करा करके तालाब की खुदाई कर सौंदर्याकरण का कार्य करवा रहे थे।इसी दौरान सादी वर्दी में भभुआ चौकी इंचार्ज भानु प्रताप सिंह पहुंचे और मनरेगा मजदूरों के साथ बदतमीजी करते हुए उनको मारने पीटने लगे।हमारे एक मजदूर को पकड़ लेकर गए हैं।वह भी थाने में भी बंद है। मनरेगा मजदूरों को छतौनी चौराहे तक लेकर के आए और पुलिस अपना दबदबा दिखाने के लिए यहां पर किसी के कहने पर आ रही है।
मनरेगा मजदूरों पर पुलिस ने लाठी चला दिया
घायल लड़के के पिता ने बताया कि हम गरीब आदमी हैं। मनरेगा के तहत मजदूरी कर रहे थे।पुलिस ने लाठी चला दिया।जिसमें हमारा बच्चा घायल हो गया है।पहले पुलिस ने काम बंद करवा दिया।हम लोगों का बाद में हमार लड़का जब पानी देने गया।तो इन लोगों ने लाठी चार्ज
कर दिया है।हमारे लड़के के पैर में और सिर में चोट लगी है, हम बेरोजगार आदमी हैं।काम करने के लिए गए थे। हमको क्या पता वहां क्या होने वाला है।करनैलगंज कोतवाल निर्भय नारायण सिंह ने बताया कि जहां पर मनरेगा मजदूरों से कार्य कराया जा रहा था। उसके पहले तीन लोगों की जमीन है।प्रधान सौंदर्याकरण के नाम पर कब्जा कर रहा था।शिकायत पर पुलिस मौके पर गई थी। जहां मजदूरों से कहासुनी हुई है।इसी दौरान ये लड़का सड़क किनारे आ रहा था।इसी दौरान लड़के को चोट लग गई है।