■ रात्री की समय लोढ़ी चेक पोस्ट पर खनिज विभाग के संलिप्ता से सैकड़ो की संख्या मे गिट्टी लदे ट्रके हो रही पार।
सोनभद्र। लोढ़ी खनन चेक राजस्व घोटाले का केन्द्र बनता चला जा रहा है खनन क्षेत्रो मे सिंडिकेट बनाकर महंगे दामो की बिक्री के बाद परिवहन माफिया सोनभद्र की गिट्टी लादकर परिवहन करने के लिए एमपी की सस्ती परमिट लेकर रात के अंधेरे मे खनन विभाग को तय राशी देकर चेक पोस्ट पार करा कर रोजाना लाखों की काली कमाई कर मालामाल हो रहे है जिससे राज्य सरकार को रोजाना कई लाखों का राजस्व की नुकसान हो रहा है। एमपी की परमीट पर सोनभद्र की गिट्टी को प्रभावी रोक लगाने के लिए खनन विभाग एव पुलिस विभाग के अधिकारीगण कई सिफ्टो मे ड्यूटी लगाकर निगरानी की जा रही है अब तक बिना परमिट एंव नियम विरुद्ध एमपी की परमिट पकड़े जाने पर राबर्ट्सगंज, चोपन,ओबरा समेत कई थानो मे भारी संख्या मे खनिज विभाग द्वारा एफआईआर दर्ज करा लिप्त चालक/मालिकगण के साथ ट्रक पास कराने वाले पासरो को कानून के हवाले कर जेल भेजा जा चूका है किंतु आचार संहिता लागू होते ही पुलिस चुनाव मे व्यस्त हो जाने पर असरदार ट्रक मालिकगण एंव पासर फिर सक्रिय होकर लोढी स्थित खनन चेकपोस्ट पर तैनात खनन निरीक्षक एंव कर्मचारियो को तय राशी देकर सेटिंग कर पार करा दे रहे है।
नियमानुसार युपी की परमिट लेकर गिट्टी का परिवहन करने वाले ट्रक संचालक का कहना है की राजस्व चोरी करने वाले असरदार ट्रक मालिकगण एंव पासरो के माध्यम से सोनभद्र की गिट्टी लदे ट्रको को बिना परमिट अथवा एमपी की परमिट थमा कर खनन विभाग द्वारा तय राशी प्रति ट्रक पाँच हजार रूपए के दर से देकर रोजना सैकड़ो की संख्या मे गिट्टी लदे ट्रक रात के अंधेरे मे पार करा दिए जा रहे है।जिले मे एमपी की परमिट एंव सोनभद्र के बिना ई-एमएम पपत्र सी ना लेकर चलने वाले ट्रक संचालक गिट्टी की मंडी मे रेट डाउन करने के साथ कई वाहनो को गिट्टी बिक्री कर रोजना लाखों रूपये की काली कमाई कर मालामाल हो रहे है जिससे हम लोगो का गिट्टी का व्यवसाय घाटे का सौदा साबित हो रहा है इसकी उच्चस्तरीय जाँच कराने पर ही मामले का पर्दाफाश हो सकता है।इस संमध मे वरिष्ठ खान अधिकारी को पक्ष जानना चाहा तो उन्होने मोबाइल फोन रिसीव नही किया। वही खान निरीक्षक मनोज कुमार ने मोबाइल फोन रिसीव करते हुए आरोपो के वाबत बताया की मै खुद अक्सर रात्री के लोढ़ी चेक पोस्ट पर मौजूद रह कर जांच-पड़ताल करता रहता हूँ जो ट्रके नियम विरुद्ध पकड़ी जाती है उन पर नियमानुसार कार्रवाही अमल मे लायी जाती है। शिकायत कर रहे ट्रक मालिकगणो का आरोप निराधार है।