बेंगलुरू। महिला अपहरण मामले में निलंबित जद(एस) सांसद प्रज्वल रेवन्ना की मां भवानी रेवन्ना की तलाश की जा रही है। दरअसल, वह हासन जिले के होलेनरसीपुरा स्थित अपने आवास पर मौजूद नहीं थीं। इसी को देखते हुए कर्नाटक SIT की टीम ने रविवार को भवानी की तलाश में पिछले 24 घंटों में विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की है।
इस बीच, कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि भवानी को गिरफ्तार करने के लिए तलाश जारी है, जो फरार चल रही है। उन्होंने कहा कि वह कहीं छिपी हुई है और उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
भवानी को गिरफ्तार करने के लिए खोज जारी
परमेश्वर ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘विशेष जांच दल भवानी को गिरफ्तार करने के लिए खोज रहे हैं। यह पता नहीं है कि वह कहां है। उसके मिलने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह कानून की उचित प्रक्रिया है और कुछ नहीं।’
बता दें कि एसआईटी ने भवानी को एक नोटिस जारी कर 1 जून को अपने घर पर उपस्थित रहने को कहा था क्योंकि उसके बेटे के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों से जुड़े अपहरण मामले में उससे पूछताछ करनी थी। जब एसआईटी के जासूसों की एक टीम भवानी के घर ‘चेन्नम्बिका निलय’ पहुंची, तो वह वहां मौजूद नहीं थी।
जब SIT की टीम पहुंची घर, लेकिन नहीं मिली वो…
शनिवार शाम को दो महिला वकील ‘चेन्नम्बिका निलय’ पहुंचीं और एसआईटी अधिकारियों से मिलीं। उन्होंने मुलाकात के पीछे का उद्देश्य नहीं बताया। पता चला है कि भवानी ने अपने वकीलों के जरिए बताया था कि वह अस्वस्थ हैं और जल्द ही उनके (एसआईटी) सामने पेश होंगी। भवानी के पति और होलेनरसिपुरा जेडी(एस) विधायक एच डी रेवन्ना इसी मामले में जमानत पर हैं।
एसआईटी ने मैसूर, हासन, बेंगलुरु, मांड्या और रामनगर सहित कई स्थानों पर तलाशी ली। सूत्रों ने बताया कि भवानी को पकड़ने के लिए उसके रिश्तेदारों के घरों पर भी तलाशी ली गई, लेकिन वह नहीं मिली। सूत्रों ने बताया कि एसआईटी ने भवानी की तलाश के लिए कई टीमें गठित की हैं।
क्या है आरोप?
प्रज्वल को कई महिलाओं के साथ यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। जेडी(एस) का पहला परिवार, खासकर पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के बेटे एचडी रेवन्ना, उनकी पत्नी भवानी और बेटा प्रज्वल, 21 अप्रैल को कई अश्लील वीडियो सामने आने के बाद मुश्किल में हैं और हासन लोकसभा सीट से एनडीए उम्मीदवार के तौर पर फिर से चुनाव लड़ रहे प्रज्वल जर्मनी भाग गए थे।
कर्नाटक सरकार ने कर्नाटक राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष नागलक्ष्मी चौधरी की सिफारिश पर प्रज्वल के खिलाफ मामलों की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया, जिन्होंने मामले की जांच के लिए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को पत्र लिखा था। यौन शोषण के आरोपों का सामना कर रहे प्रज्वल शुक्रवार को जर्मनी से लौटे और उन्हें तुरंत बेंगलुरु हवाई अड्डे पर एसआईटी ने गिरफ्तार कर लिया। शहर की एक विशेष अदालत ने उन्हें 6 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है।