भगवान बुद्ध ही थे गांधी व डॉ अम्बेडकर के प्रेरणास्रोत
बलिया। भगवान बुद्ध की 2586वीं जयंती जिला कुशवाहा सभा द्वारा बलिया परिखरा के प्रांगण में श्रद्धापूर्वक मनाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान बुद्ध के चित्र पर दीप प्रज्जवलित, पुष्पांजलि और बुद्ध वंदना के साथ हुआ।
समारोह को संबोधित करते हुए जिला कुशवाहा सभा के जिला अध्यक्ष बड़ेलाल मौर्य ने भगवान बुद्ध के उपदेशों एवं जीवनी पर विस्तार से प्रकाश डाला। श्री मौर्य ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गाधी और डॉ. भीम राव अंबेडकर के प्रेरणास्रोत भी भगवान बुद्ध ही थे। उनके उपदेश को वर्तमान समय के लिए प्रासंगिक बताते हुए उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लेने का आह्वान किया। कार्यक्रम में आयोजित बुद्ध जयंती समारोह को संबोधित करते हुए धनंजय कुशवाहा ने बुद्ध पूर्णिमा के महत्व पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला। सिद्धार्थ की तपस्या, बुद्धत्व की प्राप्ति और महापरिनिर्वाण के बारे में जानकारी देते हुए उनके उपदेशों को आत्मसात करने पर बल दिया। जिसमें बुद्ध के जीवन और दर्शन में तीन अंक का बहुत बड़ा महत्व बताया गया। उनके तीन शरण, तीन रत्न और उनका जन्म, ज्ञान की प्राप्ति तथा निर्वाण तीनों एक हीं दिन वैशाख पूर्णिमा को होना अद्भुत संयोग बताया। इस अवसर पर उपस्थित लोगों के बीच खीर को प्रसाद के रूप में वितरण किया गया। इस मौके पर मुख्य रूप से बालजीत कुशवाहा, भानु प्रकाश वर्मा, ओम प्रकाश वर्मा,गणेश वर्मा, गोपाल जी वर्मा, अजित वर्मा,रामप्रवेश वर्मा, अखिलेश वर्मा,विनोद वर्मा,हृदया नन्द कुशवाहा, महेश वर्मा, प्रेम कुशवाहा आदि रहे कार्यक्रम कि अध्यक्षता जिला अध्यक्ष कुशवाहा सभा बलिया बड़ेलाल मौर्य संचालन राजकुमार मौर्य कार्यक्रम अंत में सबके प्रति आभार प्रकट परमात्मानन्द कुशवाहा ने व्यक्त किया।