वर्ष 2019 में बलिया के मतदाताओं के निर्णय के साथ हुआ था अन्याय: सनातन
देश का संविधान और लोकतन्त्र खतरे में हैं, ऐसे में अधिवक्ताओं की बढ़ जाती है जिम्मेदारी: राम गोविंद
बलिया। जन आशीर्वाद एवं जन संवाद के तहत सोमवार को 72 लोकसभा बलिया से इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार सनातन पाण्डेय ने कचहरी में अधिवक्ता एवं न्यायिक कार्यों में लगे सभी बंधुओ से आशीर्वाद लिया।
इस अवसर पर सनातन पाण्डेय ने कहा कि आप सब न्याय के पुजारी हैं, जब समाज के किसी भी व्यक्ति की हक्ताल्फी होती है तो वह व्यक्ति आपका दरवाजा खट खटखटाता हैं। आज देश के किसानों, नौजवानों, महिलाओं , छोटे व्यापारियों, छात्रों गरीबों के साथ बीजेपी की केंद्र और राज्य सरकारों ने हक को लूट कर चंद पूंजीपतियों को मालदार बनाने का कार्य कर रही हैं। जिसके खिलाफ हम आप से न्याय की गुहार करने आए हैं। वर्ष 2019 के आम चुनाव में सत्ता के दबाव में बलिया के मतदाताओं के निर्णय के साथ अन्याय हुआ था, उसका न्याय मांगने आए है। युवाओं के लिए न्याय, किसानों को न्याय, छात्रों को न्याय मिले इसके लिए मैं आया हूं कि आप आगे आइए और इस न्याय यात्रा के सारथी बनिए। कहा कि सत्ता पक्ष के उम्मीदवार 17 वर्षो से सांसद हैं, उनके द्वारा बलिया के साथ छल किया गया, कोई ओविकास कार्य नहीं किया गया, उनके विकास की परिभाषा बहुत सिमटा हुआ और सीमित हैं।
सरकारी सम्पत्तियों को कब्जाकर उसका उपभोग ही उनका मुख्य उद्देश्य हैं। मैं एक साधारण परिवार का साधारण व्यक्ति हूं। मेरी लड़ाई आप सब खुद लड़ रहे हैं। इसलिए जीत भी आप ही की होगी। पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी ने कहा कि देश के न्याय व्यवस्था पर जनता आंख मुद कर विश्वास करती हैं। वर्तमान बीजेपी सरकार न्याय व्यवस्था को भी कमजोर करने के कोशिश में है। आप सब विद्वान हैं थोड़ा कहना ज्यादा समझना आप की ज़िम्मेदारी हैं। देश का संविधान और लोकतन्त्र खतरे में हैं, ऐसे में आपकी जिम्मेदारी बढ़ जाती हैं। अगर आप नहीं मुखर होंगे तो आने वाली पीढ़ियों को क्या जवाब देंगे। सपा जिला अध्यक्ष/विधायक संग्राम सिंह यादव ने कहा कि इंडिया गठबंधन के लोग हमेशा से आप के लिए के लिए काम किए है और आगे भी करेंगे। इससे पहले भरी संख्या में अधिवक्ता गणों ने उत्साह के साथ स्वागत किया। इस अवसर पर श्रीमती मंजू सिंह, सुशील कुमार पाण्डेय “कान्हजी”, डा.विश्राम यादव, यशपाल सिंह, संजय उपाध्याय, लक्ष्मण गुप्त, साथी रामजी गुप्त, दिग्विजय सिंह, कामरेड रामकृष्ण यादव, पप्पू सिंह, शशीकांत चतुर्वेदी, अमित दुबे, कृष्ण प्रताप यादव, अफजल अहमद, अजय शंकर यादव, विजय बहादुर यादव, मिंटू खा, विकेश सिंह सोनू, मंटू साहनी, जेडी आदि उपस्थित रहे।