सीतापुर हत्याकांड: पुलिस ने बदली जांच की दिशा

सीतापुर। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस की अनुराग को मानसिक मंदित बताने की कहानी पूरी तरह बेमेल है। अनुराग के दो गोलियां लगी हैं। कोई आत्महत्या करने वाला व्यक्ति स्वयं को सिर और गले में दो गोलियां कैसे मार सकता है।

उधर, अनुराग की पत्नी प्रियंका और बेटी आष्वी को गोली लगने की पुष्टि हुई है। मां सावित्री और अनुराग की छोटी बेटी आरना को हथौड़ा से वार करके मारा गया है। वहीं, अनुराग के बेटे आदविक की मौत हेड इंजरी से हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इन तथ्यों के मिलने के बाद पुलिस ने जांच की दिशा बदल दी है।

पुलिस अनुराग के भाई अजीत सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। रविवार को पुलिस अनुराग के ताऊ आरपी सिंह और उनके बेटे आशुतोष व अमित, अजीत की पत्नी विभा के साथ ही पांच अन्य को हिरासत में लिया था। पूछताछ के बाद रात में आरएपी सिंह व विभा को छोड़ दिया गया।

सोमवार को पुलिस की फारेंसिक टीम ने घटना स्थल पर पहुंचकर जांच की। खून से सने कपड़ों को साथ ले गई। इस दौरान टीम ने आरपी सिंह ने जानकारी भी ली। पुलिस अब पूरी तरह से अजीत का ही घटना का सूत्रधार मान रही है। पुलिस अजीत से पूछताछ करते हुए घटना से जुड़े साक्ष्य जुटा रही है।

प्रियंका के भाई ने पुलिस के बयान पर उठाया था सवाल
अनुराग की पत्नी प्रियंका सिंह के भाई गोमती नगर विस्तार लखनऊ के अंकित सिंह ने भी पुलिस की कहानी पर सवाल उठाए थे। उनका कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साफ दिख रहा है कि अनुराग की बड़ी बेटी आष्वी को पहले गोली मारी। इसके बाद उसे छत से फेंका गया। बेटी आरना व बेटे आदविक को छत से फेंककर मार दिया गया।

मां सावित्री को हथौड़े से प्रहार करके मार दिया गया। अनुराम और प्रियंका की गोली मारकर हत्या कर दी गई। अनुराग को दो गोलियां लगी हैं। आत्महत्या करने वाला व्यक्ति स्वयं को दो गोलियां कैसे मार सकता। इसके अलावा एक अकेला व्यक्ति इतनी सारे लोगों को कैसे मार सकता है। इसके बावजूद पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्र अनुराग को मानसिक मंदित बता रहे हैं।

पुलिस ने खंगाला मोबाइल डाटा
पाल्हापुर पहुंची पुलिस ने अनुराग सिंह एवं परिवार के सदस्यों का मोबाइल डाटा खंगाला। पुलिस सीडीआर को भी जांच में शामिल कर रही है। जांच में पुलिस के हाथ कई अहम सुराग लगे हैं। हालांकि पुलिस अभी भी चुप्पी साधे हुए हैं। घटना को लेकर कुछ भी बोलने से कतरा रही है।

घटना के अनावरण के लिए स्वाट, सर्विलांस के साथ ही थाना स्तर पर कई टीमें काम कर रही हैं। काल डिटेल व अन्य साक्ष्यों के आधार पर संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। शीघ्र ही सच सामने आएगा। -दिनेश शुक्ल, क्षेत्राधिकारी महमूदाबाद

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