वाराणसी। नमामि गंगे के सदस्यों ने रविवार को प्राचीन दशाश्वमेध घाट पर गंगा तल की सफाई की। गंगा के तलहटी से पुराने कपड़े, पॉलिथीन सहित अन्य प्रदूषित कर रहे धार्मिक निर्माल्य को निकाला। गंगा पूजन के बाद सभी ने अविरल गंगा- निर्मल गंगा की शपथ दोहराई। गंगा स्नान के लिए जुटे तीर्थयात्रियों को गंगा की महत्ता बताई गई।
नमामि गंगे के राजेश शुक्ला ने लोगों से घाटों पर गंदगी न करने का अनुरोध किया। इस दौरान गंगा स्तोत्रम, गंगाष्टकम और द्वादश ज्योतिर्लिंगों का पाठ किया गया। उन्होंने बताया कि गंगा केवल एक नदी नहीं है। गंगा हमारे वेदों में हैं, गंगा इतिहास में, गंगा साहित्य में, गंगा हमारी फिल्मों में, गंगा क्रियाविधि में, भारतीय जनमानस के जीवन में सर्वत्र गंगा व्याप्त हैं। भारत के प्रत्येक नागरिक को स्वच्छ और निर्मल गंगा तथा पर्यावरण संरक्षण में अहम योगदान देना होगा। आयोजन में प्रमुख रूप से सृष्टि सूद, सोहन सिंह, गोपाल सिंह, रमेश चौहान, अंजली राय, नीरज मिश्रा, अंजली राजपूत आदि ने भागीदारी की।