ब्लाक सिद्धौर में कर्मचारियों व प्रधान पर हावी है मुंशी
कोठी। सिद्धौर ब्लॉक में सालों जमे सचिवों के निजी मुंशीयों का ब्लाक में बोलबाला है। वह कर्मचारियों व प्रधानों पर हावी है। इसका खुलासा शुक्रवार ब्लॉक कर्मचारी से हुई मारपीट में हुआ। उनके हस्तक्षेप से निष्पक्ष और निष्ठा से कार्य नहीं करने की शिकायत ब्लाक कर्मचारी ने बीडीओ सिद्धौर से कर कार्रवाई मांग की है। जिसमे सचिव शह पर मुंशियों ठेकेदारी करने और उन्हीं फर्म पर करोड़ों रूपये भुगतान कर बंदर बाट करने का आरोप भी आरोप है। उधर, एडीओ पंचायत ने सैदनपुर में नाडेप के मानक विहीन निर्माण को ध्वस्त कर दोबारा निर्माण के आदेश दिया है।
मामला सिद्धौर ब्लॉक क्षेत्र के सैदजनपुर पंचायत का है। जहां बीते दिन आरआरसी सेंटर व नाडेप निर्माण की गुणवत्ता का एडीओ पंचायत सिद्धौर उमेश पटेल व खंड प्रेरक सिद्धौर (एसबीएम) पवन कुमार रावत द्वारा निरीक्षण किया गया। जिसमे सचिव रेखा चौधरी, प्रधान प्रतिनिधि श्यामू वर्मा व सचिव के दो निजी मुंशी बृजेश कुमार व श्याम कुमार की सांठगांठ से कमीशन खोरी में कार्य गुणवत्ता पूर्वक नहीं मिला। खंड प्रेरक ने इसी शिकायत ब्लॉक अधिकारियों से की। शुक्रवार इसी रंजिश में अक्रोशित दोनों मुंशी ब्रजेश व संजय कुमार खंड प्रेरक पवन कुमार को ब्लॉक कार्यालय में घेर लिया। उससे अभ्रदता करने लगे। घटना के प्रत्यक्षदर्शियों मुताबिक दोनों में मारपीट हो गई। ब्लॉक पहुंचे फरियादी भी यह देख दंग रह गए। इसकी शिकायत बीडीओ पूजा सिंह से हुई है। पत्र में घटना के साक्षी एडीओ पंचायत उमेश कुमार पटेल व कंप्यूटर ऑपरेटर राजकुमार तिवारी है। आरोप है कि ब्लॉक में तैनात 14 सचिवों के एक से अधिक निजी मुंशी है। इनकी मनमानी से ब्लॉक में ईमानदारी से कार्य नहीं होता है। क्योंकि मुंशियों फर्म पर ही हैंडपंप रिबोर व मरम्मत, इंटरलॉकिंग ईंट, ह्यूम पाइप आदि में करोड़ों भुगतान करबंदर बांट है। एडीओ पंचायत सिद्धौर उमेश पटेल का कहना है कि नाडेप निरीक्षण में कार्य मानक विपरीत मिला है। उसे ध्वस्त कर दोबारा निर्माण के आदेश दिया गया है।