लंदन। लंदन में दो लोगों को चीन के लिए जासूसी करने के संदेह में गिरफ्तार किया गया है। इससे कुछ दिन पहले ही जर्मनी में चार व्यक्तियों को इसी आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है। खुफिया विशेषज्ञों ने रविवार को कहा कि गहराई तक समा चुकी समस्या का यह सिर्फ एक बानगी है।
निक्की एशिया ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि लंदन में आरोप का सामना करने वाला एक व्यक्ति संसदीय शोधकर्ता था और उसका कई राजनेताओं से संपर्क था। वह व्यक्ति चीन के विरुद्ध ब्रिटेन की नीति को प्रभावित कर सकता था।
दक्षिणपंथी राजनीतिक पार्टी से संबंधित यूरोपीय संसद के सदस्य का सहायक था। हाल के वर्षों में चीनी जासूसी के दावों ने यूरोप में ब्रिटेन से लेकर जर्मनी, नीदरलैंड और यूरोपीय संघ के केंद्र बेल्जियम तक को परेशान कर दिया है। इनमें से कुछ संचालक ऊंचे पदों पर पहुंच गए हैं।