वन विभाग के दरोगा को रिश्वत मांगने के आरोप पर बनाया था नाराज ग्रामीणों ने बंधक, उन्ही के क्षेत्र में दूसरे दिन ही हरियाली पर चला आरा
मलिहाबाद,लखनऊ। वन रेंज मलिहाबाद क्षेत्र में वन विभाग के अजीबोगरीब मामले सामने आ रहे हैं। बीते गुरुवार को अवैध कटान की सूचना मिलने पर एक दरोगा मौके पर गए थे जहां ग्रामीणों ने उन्हें बंधक बना लिया था। पुलिस के पहुंचने पर उन्हें मुक्त कर दिया गया था जिसके बाद दरोगा और दूसरे पक्ष ने एक दूसरे पर आरोप लगाते हुए रहीमाबाद थाने पर शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने वन दरोगा की तहरीर पर एक नाम जद सहित 20 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। पेड़ काटने के मामले में वन दरोगा और ग्रामीणों की झड़प का विवाद दो दिन भी नहीं बीत पाया कि उन्ही दरोगा के हल्के में 32 हरे-भरे आम के पेड़ों पर आरा चलने का मामला वायरल हो गया। रेंजर ने मात्र पांच पेड़ों पर कार्यवाही की बात कही है जबकि ग्रामीण बत्तीस पेड़ कटने की बात कह रहे हैं।
मलिहाबाद वन रेंज के थाना रहीमाबाद अंतर्गत गोडवा गांव के पास एक आम की बाग में शनिवार रात अवैध रूप से भारी मात्रा में हरे भरे आमों के पेड़ों को काटकर धराशाही कर दिया गया। सुबह ग्रामीणों ने मौके का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया जहां जेसीबी द्वारा ठूंठ उखाड़े जा रहे थे। वन विभाग को शिकायत होने की जानकारी मिलते ही लकड़ी ठेकेदारों ने सारी लकड़ी उठवा कर वहां पानी भरवा दिया जिससे कितने पेड़ काटे गए हैं इसकी जानकारी मौके पर आने वाले अधिकारियों को ना हो पाए। वायरल वीडियो का संज्ञान लेकर मौके पर पहुंचे क्षेत्रीय वन अधिकारी ने जांच पड़ताल की। उनसे जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि मौके पर आम के पांच पेड़ के ही ठूठ मिले हैं जिन पर कार्यवाही की जा रही है बाकी के अन्य पेड़ वैध थे। जब छेत्रीय वन रेंजर से पूछा गया कि जहां पेड़ काटे गए वहां जब पानी भरा दिया गया तो छूट की लकड़ी की कैसे पुष्टि हो पाई तो उन्होंने बताया कि ग्रामीणों से पूछताछ की गई उन्होंने बताया कि चार-पांच ही पेड़ आम के काटे गए हैं बाकी पेड़ कटहल और अन्य थे। जबकि वायरल वीडियो में यह साफ नजर आ रहा है की पूरा बाग आम के पेड़ों का ही था। सवाल यह भी उठता है कि अगर छूट के पेड़ थे तो जेसीबी से उनके ठूंठ क्यों उखाड़ दिए गए। अवैध कटान कराने वाले ठेकेदारों ने अधिकारियों के पहुंचने से पहले वहां पानी क्यों भरवा दिया?
हरियाली उजाड़ने वाले पर रहम, सूखा पेड़ काटने वाले पर मुकदमा
क्षेत्र में वन विभाग के प्रति लोग तरह-तरह की चर्चाएं कर रहे हैं जिसकी वजह से उनकी छबि धूमिल हो रही है। ग्रामीणों का कहना है कि किसान ने एक सूखा पेड़ गुरुवार को कटवा लिया था जिसे वन दरोगा ने पकड़ लिया और रिश्वत की मांग सुरु कर दी थी जिससे नाराज लोगों ने उन्हें बैठा लिया था। एक दिन बीता दूसरे दिन ही उन्ही दरोगा के क्षेत्र में 32 आम के हरे भरे पेड़ कट गए। ग्रामीणों ने बताया अगर किसान एक पेड़ वो भी सूखा कटवा ले तो वन विभाग किसान पर मुकदमा लिखवा देता है वहीं अगर कोई दर्जनों पेड़ हरे भरे काट डाले तो उसपर महरबानी की जाती है।