गांधीनगर। गुजरात के गांधीनगर सेक्टर-5 में रहने वाले 75 वर्षीय एक वृद्ध व्यक्ति जीका वायरस से संक्रमित पाया गया है। इसके बाद से ही राज्य का स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है।
इस साल मानसून सीजन के लंबा होने से राज्य में पहले से डेंगू के बढ़े मामलों ने चिंता बढ़ाई है, अब जीका के केस मिलने से नई मुसीबत सामने आई है। हालांकि मरीज की हालत अभी स्थिर है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मरीज से मुलाकात की है।
स्वास्थ्य विभाग के एडिशनल डायरेक्टर डॉ नीलम पटेल ने गुरुवार को मीडियाकर्मियों को बताया कि दीपावली से पहले गांधीनगर के सेक्टर 5 में रहने वाले 75 वर्षीय वृद्ध को ठंड लगकर बुखार, जोड़ों-नश में दर्द के लक्षण के बाद अहमदाबाद के निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। उसके सैम्पल को पुणे भेजा गया था जिसकी रिपोर्ट 28 अक्टूबर को आई थी। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मरीज से मुलाकात कर उसकी स्थिति की जानकारी ली। मरीज की स्थिति अभी स्थिर है। मरीज का किसी तरह का माइग्रेशन हिस्ट्री नहीं है। परिवार के सभी सदस्यों समेत सेक्टर 3, 4,5, 6 में जांच समेत बचाव के उपाय शुरू कर दिए गए हैं।
एडीज मच्छर दिन में रहता है सक्रिय
एडीज मच्छर की यही प्रजाति डेंगू और चिकनगुनिया वायरस फैलाती है। मलेरिया फैलाने वाले मच्छरों के विपरीत एडीज़ दिन के समय सबसे ज़्यादा सक्रिय रहता है। जीका वायरस संक्रमित मरीज में बुखार, उल्टी, आंखों का लाल होना, जोड़ों और नसों में दर्द जैसे लक्षण मिलते हैं। गर्भवती महिलाओं में यह वायरस अधिक खतरनाक साबित होता है। इससे बच्चों में विकलांगता का असर हो सकता है। दूसरी ओर गांधीनगर के स्वास्थ्य विभाग ने जीका वायरस से संक्रमित व्यक्ति के आवास के आसपास के क्षेत्रों में वायरस फैलने से रोकने के लिए जरूरी उपाय करने शुरू कर दिए हैं।