चंदौली। जनपद के 63 गांवों को मॉडल बनाया जाएगा। यहां की नाली, गली को दुरुस्त किया जाएगा। गलियां सोलर लाइट से जगमग होंगी। साथ ही आधुनिक सुविधाओं के साथ साथ गांव में ही स्वरोजगार उपलब्ध कराने का प्रयास भी होगा। इसके लिए शीघ्र कवायद भी प्रारंभ होगी। योजना के तहत प्रत्येक विकास खंड से इसके लिए सात-सात गांवों का चयन किया जाएगा।
एक ग्राम पंचायत को मॉडल के रूप में तैयार करने में करीब तीस लाख रुपये का खर्च होंगे। इसको विभिन्न मदों से खर्च किया जाएगा। इन पंचायतों को मॉडल बनाने के लिए 18.90 करोड़ रुपये खर्च करने की कार्ययोजना बनाई जाएगी। दरअसल, देश के विकास का रास्ता गांवों की पगडंडियों से होकर गुजरता है। इसी को ध्येय बनाते हुए यह निर्णय लिया गया है।
जनपद के नौ विकास खंडों में 734 ग्राम पंचायतें हैं। शासन के निर्देश पर अब जिले के गांवों की सूरत को बदला जाएगा। चयनित होने वाले गांवों में प्राथमिकता के आधार पर विकास कार्य किए जाएंगे। अच्छी सड़कें, शुद्ध पेयजल, पथ प्रकाश की व्यवस्था के अलावा कई अन्य बिंदुओं पर काम किया जाएगा। युवाओं को कौशल विकास समेत ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा।
इन बिंदुओं पर गांव बनाए जाएंगे मॉडल
गांवों को मॉडल के रूप में विकसित करने के लिए 11 बिंदु तय किए गए हैं। इसके तहत स्कूलों का कायाकल्प, आंगनबाड़ी केंद्रों का कायाकल्प, खेलकूद के मैदान और जिम, पुस्तकालय, विद्यालयों में फर्नीचर की सुविधा, नक्षत्रशाला, अमृत सरोवर, अमृत वाटिका, समूहों को स्वरोजगार के लिए बाजार की सुविधा, शत-प्रतिशत पाइप पेयजल, शासकीय योजनाओं से शत-प्रतिशत लाभ दिलाना के अलावा गो संरक्षण पर प्राथमिकता के साथ काम किया जाएगा।
मुख्य विकास अधिकारी एसएन श्रीवास्तव ने बताया-
जिले के गांवों को मॉडल के रूप में विकसित करने की योजना तैयार हो रही है। इसको लेकर सभी संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ बैठक की जाएगी। जल्दी ही गांवों में विकास कार्यों को अमलीजामा पहनाने का काम किया जाएगा।