काशी-प्रयागराज समेत सात जिलों के धार्मिक क्षेत्र को योगी कैबिनेट की मंजूरी, कई अन्य प्रस्ताव पास

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में योगी कैबिनेट की बुधवार को अहम बैठक हुई, जिसमें कई फैसले लिए गए. वहीं, पूरी कैबिनेट ने महाकुंभ में जाकर संगम तट पर डुबकी लगाई है. साथ ही साथ अपने मंत्रियों के साथ प्रयागराज में प्रवासी पक्षियों को दाना खिलाया. बैठक के बाद सीएम योगी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि प्रयागराज-चित्रकूट विकास क्षेत्र के साथ-साथ वाराणसी में भी नीति आयोग के सहयोग से विकास क्षेत्र विकसित किया जाएगा.

सीएम योगी ने कहा कि प्रयागराज और आसपास के क्षेत्रों के लिए सतत विकास बनाने के लिए, हम एक विकास क्षेत्र विकसित करेंगे. इसके इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए गंगा एक्सप्रेसवे का विस्तार दिया जाएगा. गंगा एक्सप्रेसवे प्रयागराज से मिर्जापुर होते हुए भदोही से काशी, चंदौली होते हुए गाजीपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा. वाराणसी और चंदौली से यह (गंगा) एक्सप्रेसवे सोनभद्र को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ेगा. प्रयागराज, वाराणसी और आगरा नगर निगम हैं. इन तीनों के लिए बॉन्ड जारी किए जाएंगे.

उन्होंने कहा कि पिछले एक सप्ताह में 9.25 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम पर पवित्र डुबकी लगाई है. प्रयागराज नगर निगम प्रयागराज सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के लिए बॉन्ड जारी करेगा. साथ ही साथ केजीएमयू सेंटर को मेडिकल कॉलेज के रूप में स्थापित करने का निर्णय लिया गया है. तीन जिलों हाथरस, कासगंज और बागपत में तीन नए मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जाएंगे.

सीएम ने कहा कि 62 आईटीआई, 5 नवप्रवर्तन, अविष्कार और प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किए जाएंगे. पहली बार महाकुंभ में पूरी कैबिनेट मौजूद है. प्रदेश के विकास से जुड़ी नीतियों पर हुई चर्चा. प्रयागराज से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा हुई. उत्तर प्रदेश एयरोस्पेस एवं रक्षा एवं रोजगार नीति के 5 वर्ष पूरे हो गए हैं. इसका नवीनीकरण किया जाएगा. अधिक निवेश आकर्षित करने के लिए नए प्रोत्साहनों की घोषणा की गई है.

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