नई दिल्ली। दिल्ली में 5600 करोड़ रुपये के ड्रग्स रैकेट का भंडाफोड़ करने के बाद पुलिस ने मास्टरमाइंड वीरेंद्र बसोया के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी कर दिया है। बसोया विदेश में बैठकर ड्रग्स का कारोबार चला रहा है। हाल ही में दिल्ली पुलिस ने महिपालपुर में एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्करी गैंग का भंडाफोड़ करते हुए 562 किलोग्राम कोकीन और 40 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक मारिजुआना की खेप पकड़ी थी।
जांच के दौरान पता चला है कि कोकीन की खेप बसोया ने ही भिजवाई थी। इस मामले में एक अन्य आरोपी तुषार गोयल को गिरफ्तार किया गया है, जो बसोया का करीबी बताया जा रहा है।
पुणे पुलिस ने 2023 में 3000 करोड़ रुपये की ड्रग्स पकड़ी थी, तब भी बसोया का नाम सामने आया था।
इस बार भी बसोया का नाम एक बड़े अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सिंडिकेट के मास्टरमाइंड के रूप में सामने आया है। दिल्ली पुलिस अब उसकी तलाश में है, ताकि उसे कानून के दायरे में लाया जा सके और इस बड़े नेटवर्क के अन्य सदस्यों का भी पता लगाया जा सके।
बता दें कि इस मामले में तुषार गोयल को पुलिस ने पकड़ा है। तुषार 2022 तक दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के आरटीआई सेल का चेयरमैन रह चुका है। गोयल की कांग्रेस से जुड़ी पृष्ठभूमि और ड्रग्स सिंडिकेट से जुड़े तार ने इस मामले को और भी संवेदनशील बना दिया है।
स्पेशल सेल की पूछताछ में तुषार गोयल ने बताया कि वह कांग्रेस के आरटीआई सेल का प्रमुख था। उसने अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल पर आरटीआई सेल चेयरमैन, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस लिखा हुआ है। गोयल ने डिग्गी गोयल के नाम से भी एक प्रोफाइल बनाई हुई है। जांच के दौरान, कई कांग्रेस नेताओं के साथ गोयल की फोटो भी सामने आई है।
इस ड्रग्स सिंडिकेट के तार दुबई से जुड़े पाए गए हैं। स्पेशल सेल की जांच में एक बड़े दुबई कारोबारी का नाम सामने आया है, जो कोकीन का प्रमुख सप्लायर है। इससे मुंबई के तार भी जुड़े हैं क्योंकि वहां भी बड़ी खेप भेजी जा रही थी।
स्पेशल सेल की टीम अब इस एंगल पर भी जांच कर रही है कि मुंबई में ड्रग्स यूजर्स कौन थे। इसे किन हाई-प्रोफाइल लोगों को सप्लाई किया जाना था। स्पेशल सेल इस इंटरनेशनल ड्रग्स सिंडिकेट की जड़ तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।