कोठी। गांव की गलियों में उजियारे के लिए सिद्धौर ब्लॉक क्षेत्र की सैदनपुर पंचायत में दो वर्षों में करीब साढ़े पांच लाख रुपए स्ट्रीट लाइटें पर खर्च हो गए। लेकिन घटिया किस्म की लगाई गई स्ट्रीट लाइटें चंद दिनों में खराब हो हो गई। गलियों में अंधेरा छाया रहता है। इनकी मरम्मत मांग पर संबंधित फर्म ठेकेदार व ब्लाक के अधिकारी मौन साधे हुए हैं। ग्रामीण अंधेरे में रहते हैं।
सिद्धौर ब्लॉक क्षेत्र के सैदनपुर पंचायत में 15वें व 5वें वित्त आयोग से दो वर्षों यानी वित्तीय वर्ष 2022-23 व 2023-24 में मात्र स्ट्रीट लाइट पर प्रधान, सचिव व ठेकेदार की मिलीभगत से पांच लाख 39 हजार रुपए खर्च हैं। इसके अतिरिक्त एक हजार रुपए मजदूरी भी है। जो बीते वर्ष 14 फरवरी को दो लाख 31 हजार साथ एक हजार मजदूरी, 16 सितंबर को एक लाख 15 हजार पांच सौ, 5 मई 2023 को एक लाख 92 हजार पांच सौ का भुगतान संबंधित फर्म कमला प्रसाद पर है। लेकिन घटिया किस्म की स्ट्रीट लाइटें चंद दिनों में ही खराब हो गई। अधिकांश विद्युत पोल पर लगी स्ट्रीट लाइट अब रोशनी नहीं देती है। जो सुरक्षित है। वह दिन में जलती है। ग्रामीणों ने बताया कि स्ट्रीट लाइट लगने समय वह खुश थे। उस समय कंपनी आदि जांच मांग करने पर ठेकेदार बगले झकता था। चुपचाप लाइटें लगा दी। कमीशन चक्कर में ठेकेदारी प्रथा में लगी स्ट्रीट लाइट अब बहुतया खराब है। अब गांव गलियों में अंधेरा छाया रहता। इसकी मरम्मत की मांग पर ब्लॉक के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं।