नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) से जुड़े 2022 के कोयंबटूर कार बम विस्फोट मामले में पूरे तमिलनाडु में 21 स्थानों पर की गई छापेमारी के दौरान चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
एनआइए ने गिरफ्तार लोगों की पहचान जमील बाशा उमरी, मौलवी हुसैन फैजी उर्फ मुहम्मद हुसैन फैजी, इरशात और सैयद अब्दुर रहमान उमरी बताई है। एनआइए ने शनिवार को छापेमारी अभियान चलाया जिसमें कई इलेक्ट्रानिक उपकरण, आपत्तिजनक सामग्री और दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
कार बम विस्फोट से जुड़े अन्य 10 स्थानों पर भी छापेमारी
जब्त सामान में छह लैपटॉप, 25 मोबाइल फोन, 34 सिम कार्ड, छह एसडी कार्ड और तीन हार्ड डिस्क शामिल हैं। कट्टरपंथ से संबंधित मामले में जिन स्थानों पर छापेमारी की गई उनमें से 11 मद्रास अरबी कॉलेज और कोवई अरबी कालेज से जुड़े हैं। इन 11 के अलावा शनिवार को कार बम विस्फोट से जुड़े अन्य 10 स्थानों पर भी छापेमारी की गई।
अरबी भाषा की कक्षाओं की आड़ में भोले-भाले युवकों को गुप्त रूप से कट्टरपंथ का पाठ पढ़ाया जाता था। एनआइए ने कहा है कि आइएस आपरेटिव कक्षा के साथ ही इंटनेट मीडिया प्लेटफार्म से खिलाफत और आइएस की विचारधारा का प्रचार किया जाता था। युवकों को आतंकी हमले और गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए भर्ती की जाती थी।