अस्पताल की लापरवाही से 30 वर्षीय गर्भवती महिला की मौत

जालौन। महिला को प्रसव के लिए नगर के एक प्राइवेट अस्पताल में परिजनों ने भर्ती कराया। शाम छह बजे महिला की हालत अधिक खराब होने पर उसे उरई जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। यहां जांच में पता चला कि महिला के पेट में भी शिशु की मौत हो जाने से संक्रमण फैल गया है। यहां से झांसी ले जाते समय रास्ते में महिला की मौत हो गई। महिला के परिजनों ने प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टर पर लापरवाही करने का आरोप लगाया है।

यह है पूरा मामला
ग्राम गोरा करनपुर निवासी मंगल सिंह की पत्नी 30 वर्षीय सुमन देवी को शुक्रवार पूर्वाह्न 11 बजे प्रसव पीड़ा हुई। परिजन उसे लेकर नगर के जेपी हॉस्पिटल में पहुंचे। जहां पर मौजूद डॉ. जितेंद्र ने उसे भर्ती करा लिया और कहा कि नार्मल डिलीवरी हो जाएगी। शाम चार बजे के लगभग डॉक्टर अस्पताल से चले गए।

इसी दौरान शाम छह बजे के लगभग सुमन की हालत बिगड़ी तो वहां के स्टाफ ने पांच हजार रुपये जमा कराने के बाद उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। मंगल सिंह पत्नी को लेकर जिला अस्पताल पहुंचा, लेकिन उसकी हालत बिगड़ चुकी थी। यहां चिकित्सक ने कहा कि संक्रमण पेट में फैल गया है और बच्चे की मौत हो चुकी थी।

इसके बाद वहां से उसे मेडिकल कॉलेज झांसी रेफर कर दिया गया, लेकिन रास्ते में ही रात करीब साढ़े आठ बजे उसकी मौत हो गई। दिवंगत के पति व मायके पक्ष के लोगों ने कोंच के डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है। मंगल सिंह ने बताया कि उसकी 10 वर्षीय पुत्री रोशनी, छह वर्षीय पुत्री खुशी व ढाई वर्ष की पुत्री चाहत है।

हमारे पास महिला को लेकर उसके परिजन आए थे, यहां हालत गंभीर होने पर उरई जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया था।

-डॉ. जितेंद्र, जेपी हॉस्पिटल कोंच।

ग्राम गोरा करनपुर निवासी गर्भवती महिला की मौत हो गई है। उसे कोंच के एक हॉस्पिटल से जिला अस्पताल भेजा गया था और वहां से मेडिकल कॉलेज झांसी रेफर किया गया था, लेकिन रास्ते में मौत हुई है। पूरे मामले की जांच कराकर परिजन की तहरीर पर कार्रवाई की जाएगी।

-अर्चना सिंह, सीओ कोंच।

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