पंजाब में मोहाली हादसे में अब तक एक युवती और एक युवक की मौत हो चुकी है. इन दोनों के शव मलबे में से निकाले जा चुके हैं. हालांकि अभी भी आशंका है कि मलबे में नीचे तीन चार लोग और दबे हो सकते हैं. इस आशंका के तहत राहत व बचाव टीम ने बड़ी सावधानी के साथ मलबा हटाने का काम तेज कर दिया है. यह हादसा शनिवार की शाम मोहाली के सोहाना गांव का है. यहां एक छह मंजिली इमारत के पास बेसमेंट खुदाई का काम चल रहा था.
इसी दौरान मकान की नींव हिली और देखते ही देखते पूरी इमारत भरभराकर गिर गई. हादसे के सूचना मिलते ही पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंची, लेकिन हालात को देखते हुए तत्काल एनडीआरएफ और सेना से राहत टीम को बुलाया गया. तब से लगातार राहत व बचाव कार्य जारी है. मोहाली पुलिस के मुताबिक रात में ही मलबे के अंदर से हिमाचल प्रदेश की रहने वाली युवती दृष्टि का शव निकाला गया.वहीं रविवार की सुबह भी एक युवक का शव निकाला गया है.
मुकदमा दर्ज
हादसे के वक्त यह दोनों इमारत में संचालित जिम में प्रैक्टिस कर रहे थे. बताया जा रहा है कि इनके अलावा भी जिम में चार-पांच लोग मौजूद थे. पुलिस राहत टीमें मलबे में इनकी तलाश कर रही हैं. मोहाली के एसएसपी दीपक पारीक के मुताबिक बिल्डिंग मालिक परविंदर सिंह और गगनदीप सिंह निवासी चाओ माजरा के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है.फिलहाल यह दोनों आरोपी फरार हैं. उनकी तलाश कराई जा रही है.
केवल जिम में थे आधा दर्जन लोग
उन्होंने बताया कि यह हादसा इमारत के बगल में बेसमेंट खुदाई की वजह से हुआ है. पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि बेसमेंट खुदाई के लिए ना तो अनुमति ली गई थी और ना ही सुरक्षा के पर्याप्त बंदोबस्त किए गए थे. गनीमत रही कि हादसे के वक्त इस इमारत में ज्यादा लोग मौजूद नहीं थे. केवल ग्राउंड फ्लोर पर संचालित जिम में ही पांच छह लोग मौजूद थे. इनमें से दो लोगों की मौत हो गई है. वहीं बाकी लोगों की तलाश कराई जा रही है.
ऐसे हुआ हादसा
स्थानीय लोगों के मुताबिक बेसमेंट की खुदाई हो रही थी. अचानक से मकान की नींव के नीचे की मिट्टी सरकने लगी. इससे छह मंजिल की इस इमारत की नींव हिलने लगी. लोगों को लगा कि भूकंप आ गया, बताया जा रहा है कि लोगों ने बाहर की ओर भागने की कोशिश भी की, लेकिन उन्हें इतना भी मौका नहीं मिला और देखते ही देखते पूरा मकान तास के पत्ते की तरह भरभराकर गिर गया. सूचना मिलने पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने जिले के डीसी और एसएसपी से घटना की जानकारी ली और बचाव व राहत कार्य तेज करने का निर्देश दिया था.