बदायूं। नगर पालिका परिषद के अधिकारी बारिश से पहले दावा कर रहे थे कि अबकी बार जलभराव नहीं होने देंगे। ओवरफ्लो हो रहे नालों की तड़ीझाड़ सफाई कराएंगे, लेकिन ऐसा न हो सका। ड्रेनेज सिस्टम फेल साबित हुआ। शहर का दो दिन से बुराहाल है। कई मोहल्लों में लोगों को अपने घर तक पहुंचना मुश्किल हो रहा है।
मधुबन कॉलोनी के रास्ते में बारिश थमने के 24 घंटे बाद भी जलभराव है, जिसकी वजह से तीन कोचिंग के 500 विद्यार्थी, एक निजी विद्यालय के एक हजार बच्चे और 250 परिवार प्रभावित हैं। जिन लोगों को रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़नी होती है, ऐसे 500 से अधिक लोग हर रोज इस मार्ग से गुजरते हैं।
जल निकासी का सिस्टम फेल होने की वजह से बारिश के दो महीने मुश्किल में बीत रहे हैं। सड़क के गड्ढे में पानी भरा होने की वजह से शुक्रवार शाम स्कूटी फिसल गई। मोहल्ले के निवासी अनूप चौहान ने बताया कि नगर पालिका परिषद को कई बार नागरिकों ने अवगत कराया, लेकिन गड्ढा नहीं भर पाया, जबकि सिटी मजिस्ट्रेट समेत कई अधिकारी मौका मुआयना कर चुके हैं।
ब्राह्मपुर मोहल्ले की एक गली में शुक्रवार को भी जलभराव रहा। सुबह बच्चे स्कूल के लिए नहीं निकल सके। आवागमन को लेकर पूरे दिन एक हजार से अधिक लोग परेशान हुए। कई लोग तो अपने घरों से जलभराव के दौरान निकले ही नहीं। पानी कम होने के बाद आवागमन शुरू हो सका। नेकपुर, बालाजीनगर मोहल्ले में भी जलभराव से मुश्किल रही। लावेला चौक से जोगीपुरा मार्ग पर जलभराव खत्म हुआ पर कीचड़ ने दिन भर परेशान किया। पांच हजार से अधिक लोग परेशान हुए।