
Business: जापान की दिग्गज इंटरनेट और ई-कॉमर्स कंपनी राकुटेन भारत में अपने संचालन को और मजबूत करने जा रही है। कंपनी ने घोषणा की है कि वह 2025 में भारत में कम से कम 100 मिलियन डॉलर का निवेश करेगी। इसके साथ ही राकुटेन भारत में अपनी टीम को 8 फीसदी तक बढ़ाने की भी योजना बना रही है। यह जानकारी खुद राकुटेन इंडिया के सीईओ सुनील गोपीनाथ ने रॉयटर्स को दी।
टेक्नोलॉजी और एआई टैलेंट पर होगा फोकस
राकुटेन का फोकस खासतौर पर इंफ्रास्ट्रक्चर, टेक्नोलॉजी अपग्रेड और एआई टैलेंट की हायरिंग पर है। कंपनी फिलहाल भारत में लगभग 4000 कर्मचारियों के साथ काम कर रही है, जिनमें से 90 फीसदी तकनीकी विशेषज्ञ हैं। आने वाले समय में राकुटेन ऐसे पेशेवरों की भर्ती करेगी, जिनके पास आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मजबूत पकड़ हो।
भारत से मिल रही तकनीकी ताकत
राकुटेन इंडिया का ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर (GCC) जापान के प्रमुख डिजिटल उत्पादों जैसे Rakuten Pay और SixthSense के लिए महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। SixthSense एक अत्याधुनिक एप्लीकेशन ऑब्जर्वेबिलिटी टूल है जो संभावित समस्याओं का पूर्वानुमान लगाकर उन्हें रोकने में मदद करता है। यह टूल भारत में बैंकिंग, हेल्थकेयर और सरकारी संस्थानों द्वारा भी उपयोग किया जा रहा है।
जापान का ‘अमेजन’ भारत में कर रहा विस्तार
जापान में राकुटेन को वहां का ‘अमेजन’ माना जाता है, क्योंकि इसका कारोबार फिनटेक, ई-कॉमर्स और टेलीकॉम जैसे कई अहम सेक्टर्स में फैला है। भारत में यह निवेश न सिर्फ युवाओं के लिए नौकरियों के नए अवसर लाएगा, बल्कि देश के तकनीकी इकोसिस्टम को भी मजबूती देगा।