
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए दिल दहला देने वाले आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को इस हमले में मारे गए पर्यटकों को श्रद्धांजलि दी और अपने कार्यालय में अधिकारियों के साथ दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्माओं के प्रति संवेदना प्रकट की।
सीएम धामी ने इस घटना को “हृदयविदारक और अमानवीय” बताते हुए कड़ी निंदा की और कहा कि आतंकवाद मानवता के खिलाफ सबसे घिनौना अपराध है। उन्होंने कहा,
“ऐसी कायराना हरकतें देश की शांति, एकता और अखंडता को नुकसान पहुंचाने की कोशिश हैं। हम इन ताकतों को कभी सफल नहीं होने देंगे।”
उत्तराखंड में बढ़ाई गई सुरक्षा, सीमाएं सील, होटलों में जांच तेज
पहलगाम हमले के बाद उत्तराखंड सरकार ने राज्य में अलर्ट जारी कर दिया है। खासतौर पर सीमावर्ती जिलों में पुलिस गश्त और चेकिंग बढ़ा दी गई है। रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों और प्रमुख पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है।
पुलिस को निर्देश दिए गए हैं कि वे संदिग्ध गतिविधियों पर पैनी नजर रखें और सार्वजनिक स्थानों पर चौकसी बनाए रखें। होटल, गेस्ट हाउस और अन्य ठहरने वाले स्थानों पर ID वेरिफिकेशन और रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया भी कड़ी कर दी गई है।
खुफिया एजेंसियां भी अलर्ट पर
राज्य खुफिया विभाग को भी एक्टिव मोड में डाल दिया गया है। उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय ने कहा है कि राज्य में आने-जाने वाले सभी वाहनों की गहन जांच की जा रही है और कोई भी संदिग्ध गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रियाएं
पहलगाम हमले की निंदा सिर्फ सरकार तक सीमित नहीं रही। सभी प्रमुख राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने इसे मानवता के खिलाफ अपराध करार दिया है। कई नेताओं ने दोषियों को जल्द से जल्द पकड़कर कड़ी सजा देने की मांग की है।
सीएम धामी ने भी स्पष्ट शब्दों में कहा,
“आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता, कोई जाति नहीं होती। ये सिर्फ और सिर्फ नफरत की सोच रखने वालों का हथियार है।”
राज्य सरकार की अपील: सतर्क रहें, अफवाहों पर ध्यान न दें
राज्य सरकार ने प्रदेशवासियों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की तुरंत पुलिस को सूचना देने की अपील की है। साथ ही, अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने का भी आग्रह किया गया है।
हमले का असर क्यों पड़ा उत्तराखंड पर?
उत्तराखंड से हर साल बड़ी संख्या में लोग कश्मीर पर्यटन के लिए जाते हैं। पहलगाम जैसे लोकप्रिय स्थल पर हमला होने से राज्य में भी चिंता की लहर दौड़ गई है। सुरक्षा कारणों से सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि कोई भी पर्यटक या नागरिक खतरे में न पड़े।
देश एकजुट, आतंक के खिलाफ दृढ़
यह हमला एक बार फिर दिखाता है कि आतंकवादी ताकतें भारत की शांति को भंग करना चाहती हैं। लेकिन उत्तराखंड जैसे राज्य, जहां से देशभक्ति और बलिदान की मिसालें निकलती हैं, वहां की सरकार और जनता इस चुनौती का डटकर सामना करने को तैयार है।