पहलगाम हमले के बाद सुरक्षाबलों की बड़ी कार्रवाई, तीन आतंकियों के घर जमींदोज

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद आतंकवादी तंत्र के खिलाफ कार्रवाई जारी रखते हुए प्राधिकारियों ने बांदीपोरा, पुलवामा और शोपियां जिलों में तीन कथित सक्रिय आतंकवादियों के घरों को ध्वस्त कर दिया. इसके साथ ही, 22 अप्रैल को पहलगाम में बैसरन घाटी में हुए हमले के बाद से अब तक संदिग्ध आतंकवादियों के नौ घरों को ध्वस्त कर दिया गया है.

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद आतंकवाद विरोधी अभियान में तेजी आई है, जिसके तहत सुरक्षा बलों ने सिर्फ पांच दिन में घाटी में 500 से अधिक स्थानों पर छापे मारे हैं और सैकड़ों संदिग्धों से पूछताछ की है.

आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई

राजनीतिक दलों ने केंद्र से आग्रह किया है कि वह यह सुनिश्चित करे कि आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करते समय निर्दोष लोगों को निशाना न बनाया जाए. अधिकारियों ने बताया कि शनिवार रात शोपियां जिले के वंडिना में आतंकवादी अदनान शफी का घर ध्वस्त कर दिया गया जो पिछले साल आतंकवादियों के समूह में शामिल हुआ था.

जमील अहमद का घर जमींदोज

उन्होंने बताया कि पुलवामा जिले में एक अन्य संदिग्ध सक्रिय आतंकवादी आमिर नजीर का घर भी ढहा दिया गया. बांदीपुरा जिले में लश्कर-ए-तैयबा के संदिग्ध आतंकवादी जमील अहमद शेरगोजरी का घर जमींदोज कर दिया. शेरगोजरी 2016 से सक्रिय आतंकवादी है.

इसके साथ ही पहलगाम हमले के बाद से अब तक आतंकवादियों और उनके सहयोगियों के नौ घरों को ध्वस्त किया जा चुका है. दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में मंगलवार को आतंकवादियों की गोलीबारी में कम से कम 26 लोग मारे गए हैं, जिनमें अधिकतर पर्यटक शामिल थे.

आतंकवादियों और नागरिकों के बीच अंतर

जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकवादी तंत्र के खिलाफ सुरक्षा एजेंसियों द्वारा बड़े पैमाने पर अभियान शुरू करने के बीच पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि केंद्र को सावधानी से कदम उठाना चाहिए ताकि निर्दोष लोगों को इसका खामियाजा न भुगतना पड़े. मुफ्ती ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि भारत सरकार को हाल में पहलगाम हमले के बाद सावधानी से काम लेना चाहिए और आतंकवादियों तथा नागरिकों के बीच अंतर करना चाहिए.

निर्दोष कश्मीरियों को दंडित न किया जाए

उन्होंने कहा कि सरकार को यह ध्यान रखना चाहिए कि आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान निर्दोष लोगों, खासकर आतंकवाद का विरोध करने वाले किसी भी तरह से प्रभावित न हों. हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक ने केंद्र से पहलगाम आतंकवादी हमले के पीड़ितों के वास्ते इंसाफ सुनिश्चित करने के क्रम में निर्दोष कश्मीरियों को दंडित नहीं करने का आह्वान किया.

अपराधियों को न्याय के दायरे में लाना जरूरी

मीरवाइज ने एक्स पर पोस्ट किया कि कश्मीरी पहलगाम में हुए जघन्य अपराध की सामूहिक रूप से निंदा करते हैं और इसके अपराधियों को न्याय के दायरे में लाना जरूरी है, लेकिन अंधाधुंध गिरफ्तारियां और घरों को ध्वस्त करने के सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो परेशान करने वाले और दुखद हैं. उन्होंने कहा कि मैं प्रशासन से अपील करता हूं कि निर्दोष पीड़ितों के लिए न्याय सुनिश्चित करने की कवायद में वह निर्दोष कश्मीरी परिवारों को दंडित नहीं करे.

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