
नई दिल्ली: भारतीय नौसेना ने अरब सागर में अपनी ताकत दिखाते हुए कई सफल एंटी-शिप फायरिंग की। नौसेना ने ब्रह्मोस एंटी-शिप मिसाइल का परीक्षण किया, जो लगभग 300 किलोमीटर की रेंज तक लक्ष्य को भेदने में सक्षम है। इस मिसाइल टेस्ट के बाद, भारतीय नौसेना ने यह स्पष्ट किया कि वह किसी भी समय, कहीं भी, और किसी भी परिस्थिति में राष्ट्र के समुद्री हितों की रक्षा करने के लिए युद्ध के लिए तैयार है।
आईएनएस सूरत से हुआ मिसाइल परीक्षण
22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के महज 48 घंटे बाद, भारतीय नौसेना ने जंगी जहाज आईएनएस सूरत से मिसाइल परीक्षण किया। इस दौरान, नौसेना ने मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल दागी, जो लक्ष्य को सफलतापूर्वक भेदने में कामयाब रही। भारतीय नौसेना के स्वदेशी निर्देशित मिसाइल विध्वंसक आईएनएस सूरत ने इस परीक्षण में समुद्र में स्थित एक लक्ष्य पर सटीक हमला किया।
वर्टिकल-लॉन्च्ड शॉर्ट-रेंज सरफेस-टू-एयर मिसाइल का सफल परीक्षण
हाल ही में डीआरडीओ और भारतीय नौसेना ने स्वदेशी वर्टिकल-लॉन्च्ड शॉर्ट-रेंज सरफेस-टू-एयर मिसाइल (वीएलएसआरएसएएम) का सफल परीक्षण भी किया था। ओडिशा के चांदीपुर स्थित परीक्षण रेंज से इस मिसाइल ने हवाई लक्ष्य को नष्ट किया, प्रदर्शन को लेकर इसे सफल माना गया।
लंबी दूरी के ग्लाइड बम का परीक्षण
भारत ने इस महीने लड़ाकू विमान से दागे जाने वाले लंबी दूरी के ग्लाइड बम ‘गौरव’ का भी सफल परीक्षण किया। डीआरडीओ द्वारा विकसित इस बम ने लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर सटीक निशाना लगाया, और इसका परीक्षण सुखोई-30 विमान से किया गया।
यह सब भारतीय सैन्य शक्ति को बढ़ाने और देश की सुरक्षा को सुदृढ़ करने के प्रयासों का हिस्सा है, जिससे भारत अपनी समुद्री और हवाई रक्षा क्षमता में लगातार सुधार कर रहा है।