
AC की कुलिंग बढ़ाने पर: जब आप AC की कुलिंग को अधिकतम करते हैं, तो कंप्रेसर को अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है, जिससे इंजन पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है और फ्यूल की खपत बढ़ जाती है।AC की कुलिंग कम करने पर: कम कुलिंग पर AC का उपयोग करने से कंप्रेसर पर दबाव कम होता है, जिससे इंजन की कार्यक्षमता बेहतर रहती है और फ्यूल की खपत कम होती है।
अन्य महत्वपूर्ण कारक
कार का प्रकार और इंजन क्षमता: छोटी इंजन वाली कारों में AC चलाने से माइलेज पर अधिक असर पड़ता है, जबकि बड़ी इंजन वाली कारों में यह असर कम होता है।
ड्राइविंग की स्थिति: शहर में रुक-रुक कर चलने पर AC का असर अधिक होता है, जबकि हाईवे पर यह असर कम होता है।
AC की सर्विसिंग: AC की नियमित सर्विसिंग से उसकी कार्यक्षमता बनी रहती है, जिससे फ्यूल की खपत नियंत्रित रहती है।
सुझाव
मध्यम कुलिंग का उपयोग करें: AC की कुलिंग को अत्यधिक कम या अधिक करने से बचें। मध्यम कुलिंग से आरामदायक तापमान मिलता है और फ्यूल की खपत भी नियंत्रित रहती है।
विंडो खोलने से बचें: कम स्पीड पर विंडो खोलने से एरोडायनैमिक ड्रैग बढ़ता है, जिससे माइलेज पर नकारात्मक असर पड़ता है।
AC की सर्विसिंग नियमित रूप से कराएं: AC की फिल्टर और रेफ्रिजरेंट स्तर की जांच कराएं ताकि उसकी कार्यक्षमता बनी रहे।
इसलिए, AC की कुलिंग स्तर को उचित रूप से सेट करके और अन्य कारकों का ध्यान रखते हुए आप अपनी कार की माइलेज को बेहतर बना सकते हैं।