
महाराष्ट्र के मराठवाड़ा का बीड जिला एक बार फिर चर्चा में आ गया है. मंगलवार को यहां एक बीजेपी कार्यकर्ता की दिनदहाड़े निर्मम हत्या कर दी गई. इतना ही नहीं हत्या के बाद हत्यारा खुद पुलिस थाने पहुंचा और सरेंडर कर दिया. जानकारी के मुताबिक बीड पुलिस इस मामले में बड़ी साजिश के एंगल से भी जांच कर रही है.
बीड जिले के माजलगांव शहर में उस समय सनसनी फैल गई, जब एक बीजेपी कार्यकर्ता की सरेआम एक व्यक्ति ने धारदार हथियार से हत्या कर दी. मृतक की पहचान बाबासाहेब आगे के रूप में हुई है, जो भारतीय जनता पार्टी से सक्रिय रूप से जुड़े हुए थे. वहीं आरोपी की पहचान नारायण फपाल के तौर पर हुई है.
निर्मम हत्या की जांच शुरू
पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस निर्मम हत्या की जांच शुरू कर दी गई है. आरोपी जिसने थाने में आकर खुद सरेंडर किया, उसका और बीजेपी नेता से संबंध, हत्या की वजह और इसके पीछे कोई साजिश तो नही, इन तमाम पहलुओं की पुलिस जांच कर रही है. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, घटना दोपहर लगभग 2 बजे माजलगांव के व्यस्त इलाके में घटी. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक हमलावर ने धारदार बड़ी चाकू से बाबासाहेब आगे पर अचानक हमला कर दिया. जिसके बाद बीजेपी कार्यकर्ता जमीन पर गिर गए तब भी हमलावर उन्हें चाकू भोंकता रहा.
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
स्थानीय नागरिकों ने तुरंत पुलिस और चिकित्सा सहायता को सूचना दी, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी. इस बीच हमलावर को कुछ लोगों ने पत्थर फेंक कर हटाने की कोशिश की लेकर वह नहीं हटा. घटना के कुछ ही देर बाद बाबासाहेब का खून से सना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे आम जनता और राजनीतिक हलकों में आक्रोश और तनाव का माहौल बन गया है.
माजलगांव में तनाव का माहौल
हत्या की खबर फैलते ही माजलगांव में तनाव का माहौल पैदा हो गया. एहतियातन पुलिस ने इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है. माजलगांव पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है. पुलिस के मुताबिक दोपहर 2 बजे उनको बीजेपी कार्यालय के पास मारपीट की जानकारी मिली थी. पुलिस वहां पहुंची तो एक युवक जिसका नाम बालासाहेब आगे था वो जमीन पर पड़ा था. उसे तुरंत अस्पतला ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. वहीं इस केस में एक आरोपी ने पुलिस थाने में सरेंडर किया जिसका नाम नारायण फपाल है.
बीड जिले में बढ़ा अपराध!
बता दें कि बीड जिले में सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के बाद मंत्री धनंजय मुंडे को इस्तीफा देना पड़ा था. बीड में पिछले कुछ महीनों में कई हत्या, हत्या की कोशिश, सामूहिक और संगठित अपराध की घटना और लूट हो चुकी है, जिसके बाद बीड में कानून व्यवस्था के बिगड़ते हालात को लेकर विधानसभा से लेकर सड़क तक आंदोलन भी हुए हैं.