
शिवसेना (यूबीटी) ने अपने मुखपत्र सामना में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री उर्फ बाबा बागेश्वर पर हमला बोला है. शिवसेना ने अपने मुखपत्र में हिंदू ग्राम बनाने को लेकर निशाना साधा है. सामना के कार्यकारी संपादक और सांसद संदय राउत ने धीरेंद्र शास्त्री के हिन्दू ग्राम वाले विचार को ‘शर्मनाक’ करार दिया है. मुखपत्र में लिखा कि कुछ लोग नरसंहार चाहते हैं.
संपादकीय में लिखा गया है कि वक्फ विधेयक की वजह से देश में धार्मिक ध्रुवीकरण हो रहा है. बीजेपी का ‘हिंदुत्व’ देश को बांटने वाला है. इसी क्रम में ‘ब्रैंड एंबेसडर’ धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हिंदुओं के लिए अलग गांव बनाना चाहते हैं. ये विचार विश्व में हिंदू संस्कृति का सिर शर्म से झुकाने वाले हैं. यह बाबागिरी कहां तक जाएगी?
बीजेपी देश में दंगे कराना चाहती
वक्फ विधेयक मंजूर होने पर प. बंगाल में दंगे भड़क उठे. बिहार में मुसलमान सड़कों पर उतर आए. यह सब भारतीय जनता पार्टी की इच्छा के अनुसार हो रहा है. इस विधेयक पर संसद के दोनों सदनों में लगभग २० घंटे बहस हुई, लेकिन मणिपुर की स्थिति पर दोनों सदनों में एक घंटे भी चर्चा नहीं हो सकी. वक्फ विधेयक के कारण धार्मिक ध्रुवीकरण का मार्ग खुल गया. बीजेपी इससे खुश होगी. यदि मणिपुर पर विस्तृत चर्चा हुई होती तो सरकार की किरकिरी हो जाती. इसलिए सभी को धार्मिक विषय में उलझाए रखा गया.
यह कैसी राम भक्ति?
भारत में हिंदू-मुस्लिम के बीच नफरत बढ़े और उसका रूपांतरण दंगों में हो, इसका प्रयास बीजेपी ईमानदारी से कर रही है. ६ अप्रैल को मुंबई में रामनवमी की शोभायात्रा निकाली गई. यात्रा का स्वरूप हमेशा की तरह धार्मिक नहीं था, बल्कि इस बार कुछ स्थानों पर यह विकृत और वीभत्स था. मुंबई की सड़कों पर इन जुलूसों से अराजकता फैली और भीड़ मुसलमानों के खिलाफ नारे लगाने लगी. यह कैसी रामभक्ति है? यह भारतीय संविधान के खिलाफ है.
भारतीय संविधान के अनुच्छेद २९ के अनुसार, धर्म को अपने पारलौकिक और आध्यात्मिक मामलों तक ही सीमित रखा जाना चाहिए तथा सांसारिक मामलों को राज्यों पर छोड़ दिया जाना चाहिए. ईश्वर और धर्म व्यक्तिगत होने चाहिए. भारतीय संविधान इसके लिए आवश्यक स्वतंत्रता प्रदान करता है. भारतीय संविधान किसी भी धर्म को राष्ट्रवाद के रूप में मान्यता नहीं देता, लेकिन जो लोग भारतीय संविधान का हवाला देते हैं, उन्हें हिंदू विरोधी और राष्ट्र विरोधी करार दिया जा रहा है.
बाबा बागेश्वर को पीएम मोदी का हाथ?
भारतीय जनता पार्टी धर्म को राजनीति और चुनावों में ले आई. बीजेपी भारत में जो हिंदू पाकिस्तान बनाना चाहती है, उसके ब्रैंड एम्बेसडर धीरेंद्र शास्त्री जैसे बाबा लोग हैं. हिंदुओं के लिए अलग गांव बसाए जाने चाहिए और उनमें मुसलमानों और अन्य धर्मियों के लिए कोई स्थान नहीं होना चाहिए, ऐसा भी ये बाबा कहते हैं. उसी धीरेंद्र शास्त्री के दर्शन के लिए देश के प्रधानमंत्री जाते हैं. वे इस बाबा को छोटा भाई कहते हैं. मतलब बाबा जो बोलते हैं, उसे प्रधानमंत्री की स्वीकृति प्राप्त है और ऐसे बाबा ही BJP के हिंदुत्व का आदर्श हैं. नफरत और विभाजन के बीच हिंदुत्व कैसे बढ़ेगा? क्या इससे देश बचेगा?
उनका हिंदुत्व भारत को नष्ट करने वाला
धीरेंद्र शास्त्री जैसे भाजपा प्रचारक हिंदुओं के लिए अलग गांव की वकालत करते हैं. इसमें धार्मिक सहजीवन के लिए कोई स्थान नहीं है फिर देश के २० करोड़ मुसलमानों के लिए भारत के अंदर एक स्वतंत्र राष्ट्र बनाने की मूर्खता ये बाबा लोग करेंगे क्या? उनका हिंदुत्व भारत को नष्ट करने वाला है.