
नेशनल हेराल्ड केस में प्रवर्तन निदेशालय के एक्शन पर समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद कपिल सिबल ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि ईडी ने नेशनल हेराल्ड की संपत्तियों को कब्जा करने की शुरुआत कर दी है. इसका मतलब ये हुआ कि ईडी के जरिए केंद्र की सरकार अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी को कितना परेशान कर सकती है.
सिब्बल ने कहा कि सरकार ने इस मामले में सीबीआई का इस्तेमाल नहीं करके ईडी का इस्तेमाल इसलिए किया क्योंकि सीबीआई को राज्य सरकारों से इजाजत लेनी पड़ती है, इसलिए बहुत सोच समझकर इस केस को ईडी के जरिए निपटाया जा रहा है. इसी तरह का प्रयास हेमंत सोरेन और सिद्धारमैया और चिदंबरम के लिए किया गया. यह कांग्रेस पार्टी को पंगु बनाए जाने की साजिश है.
देश में रूल ऑफ लॉ नहीं
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस के पास कोई जगह न बचे इसकी कोशिश है. ईडी ने कब्जा लेने का जो नोटिस दिया है, उसका एक ही भाव है, हर हाल में जहां जहां कांग्रेस के दफ्तर हैं वो सब सरकार ले ले. सिब्बल ने कहा कि देश में रूल ऑफ लॉ नहीं है. नेशनल हेराल्ड से अगर देश को कोई नुकसान हुआ है तो क्या किसी ने उसके खिलाफ कोई शिकायत या केस दर्ज कराया?
सिब्बल ने कहा कि सिर्फ सुब्रमण्यम स्वामी ने कह दिया और उस पर ईडी ने कार्रवाई कर दी. पुराने कांग्रेस नेता और सपा सांसद ने कहा कि स्वामी तो नेशनल हेराल्ड के शेयर होल्डर भी नहीं हैं. इस केस में ईडी ने बड़ा एक्शन लिया है. एसोसिएट जर्नल्स लिमिटेड (AJL) की 661 करोड़ रुपये की संपत्ति पर कब्जा करने के लिए नोटिस जारी किया है.
ये कार्यवाही दिल्ली, मुंबई और लखनऊ में हुई है. नेशनल हेराल्ड केस में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में विपक्ष के नेता व कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को आरोपी बनाया गया है.