
कोखराज थाना क्षेत्र के वृद्ध किसान का शव चित्रकूट जिले की रेल पटरी पर मिला, परिजनों को सूचना मिलते ही मृतक के बेटे ने जमीनी विवाद में पिता की हत्या करने का आरोप लगाया है, वहीं पुलिस जांच कर रही है।कोखराज थाना क्षेत्र के वृद्ध किसान का शव चित्रकूट जिले की रेल पटरी पर मिला, परिजनों को सूचना मिलते ही मृतक के बेटे ने जमीनी विवाद में पिता की हत्या करने का आरोप लगाया है, वहीं पुलिस जांच कर रही है। कोखराज थाना क्षेत्र के वॉर्ड एक आंबेडकर नगर के रेवरीपर बिसारा निवासी नरेश उम्र लगभग (65) वर्ष पुत्र स्व. दक्खिनी की चित्रकूट जिले के सदर कोतवाली कर्वी के बेड़ी पुलिया अहमदगंज रेलवे फाटक से एक किलोमीटर कर्वी शहर की ओर बुधवार शाम चार बजे रेलवे ट्रैक पर दो धड़ में मिला शव मिला। आरपीएफ कर्मियों ने शव की शिनाख्त शर्ट के कालर में टेलर का नाम मोबाइल नंबर से बात कर नरेश उम्र लगभग (65) वर्ष पुत्र स्व दक्खिनी के रुप में की। इसकी जानकारी सदर कोतवाली कर्वी पुलिस को सूचना दी।
पुलिस की सूचना पर घटना स्थल पर पहुंचे मृतक के पुत्र सूरज ने पुलिस को बताया कि उसके पिता ने बगल के गांव के ही प्रॉपर्टी डीलर को अपनी ज़मीन बेची थी, जिसका पैसा देने के लिए बुधवार की सुबह प्रॉपर्टी डीलर अपने साथियों के साथ घर से बुला कर ले गए थे, लेकिन जब शाम तक पिता घर नहीं पहुंचे तो प्रापर्टी डीलर को फोन किया, लेकिन उसने फोन नहीं उठाया और आज (बृहस्पतिवार की सुबह) सूचना मिली कि ट्रेन से कटकर मौत हो गई है। आरोप लगाया कि मेरे पिता की हत्या की गई है। पैसे देने न पड़े इसीलिए प्रॉपर्टी डीलर ने मारकर रेलवे लाइन में फेंक दिया है l मृतक नरेश की पांच बेटियां व चार बेटे हैं l
इस संबंध में सदर कोतवाली कर्वी प्रभारी उपेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि प्रयागराज एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 11801) से बेड़ी पुलिया अहमदगंज रेलवे फाटक से एक किलोमीटर कर्वी शहर की ओर बुधवार शाम चार बजे रेलवे ट्रैक पर दो धड़ में मिला शव मिला, जिसकी शिनाख्त कोखराज थाना क्षेत्र के नरेश उम्र लगभग 65 वर्ष के रूप में हुई है। परिजनों की तहरीर व रेलवे विभाग से मिली जानकारी के आधार पर जांच कर,मुकदमा दर्ज़ कर कार्यवाही की जाएगी l
घर से 80 किलोमीटर दूर कैसे पहुंचा नरेश
कोखराज थाना क्षेत्र के रेवरीपर बिसारा निवासी नरेश (65) पुत्र दक्खिनी घर से अस्सी किलोमीटर दूर चित्रकूट जिले के कर्वी कैसे पहुंचा, ये अपने आप में बड़ा सवाल है। चर्चाओं पर जाएं तो परिजन व मोहल्ले के लोगों का कहना है कि राम वन गमन मार्ग पर स्थित करोड़ों की ज़मीन बेचने के बाद उसको ज़मीन का पैसा नहीं मिला था। पैसा देना न पड़े इसी के चलते उसकी हत्या कर आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को रेलवे पटरी पर रख दिया गया है।