
Kanpur News : हैलट में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से लैस रोबोट हर तरह की सर्जरी करेंगे। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्रस्ताव को दूसरी बार में शासन ने मंजूरी दे दी है।हैलट के सर्जरी विभाग में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से रोबोटिक सर्जरी होगी। इससे जटिलतम सर्जरी आसान और सटीक हो सकेगी। साथ ही ऑपरेशन के दौरान रोग प्रभावित अंग के अलावा किसी दूसरे हिस्से को क्षति पहुंचने, तंत्रिका या नस कट जाने आदि का खतरा नहीं रहेगा।
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय काला ने बताया- कि दो अंतरराष्ट्रीय स्तर की कंपनियों से रोबोटिक सिस्टम उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है। रोबोटिक सिस्टम सर्जरी विभाग में लगेगा। इसमें स्त्री रोग, गैस्ट्रो, न्यूरो, आर्थोपेडिक्स आदि विभागों के रोगियों की भी सर्जरी हो सकेगी। मेडिकल कॉलेज प्रबंधन के रोबोट संबंधी प्रस्ताव को दूसरी बार में शासन ने मंजूरी दे दी है। इसके पहले भेजे गए प्रस्ताव को शासन ने खारिज कर दिया था। ये रोबोट सीएसआर फंड से खरीदे जा रहे हैं।
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. काला ने बताया- कि एक रोबोट 19.5 करोड़ और दूसरा 10 करोड़ का है। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की भी सुविधा है। साथ ही कंपनियां सर्जरी में इस्तेमाल किए जाने वाला सामान भी मुफ्त देंगी। इनका इस्तेमाल 200 केस में किया जा सकेगा। इसी साल रोबोटिक सर्जरी शुरू हो जाएगी। इसका लाभ आसपास के 17-18 जिलों के रोगियों को मिलेगा। उन्होंने बताया कि रोबोटिक सिस्टम से जटिलतम सर्जरी में आसानी हो जाती है। राजकीय मेडिकल कॉलेजों में रोबोटिक सिस्टम से विभिन्न प्रकार की सर्जरी शुरुआत पहले हैलट में होगी।
न्यूरो सर्जरी के लिए भेज रहे रोबोट का प्रस्ताव
प्राचार्य ने बताया- कि थ्री डी फोर-के सिस्टम का खरीदारी संबंधी आर्डर जारी कर दिया गया है। डॉ. काला ने बताया कि पहले रोबोटिक ऑपरेशन सर्जरी विभाग में शुरू होंगे। साथ ही न्यूरो सर्जरी के लिए रोबोट का प्रस्ताव भेजा जा रहा है। अन्य जगह व्यवस्था होने से पहले सारे विभागों के रोगियों के ऑपरेशन सर्जरी विभाग में हो जाएंगे। साथ ही स्टाफ को इस संबंध में प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।