
लोकसभा में बुधवार को वक्फ संशोधन विधेयक पेश किया गया। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने इसे सदन के पटल पर रखा। इसके बाद कांग्रेस की ओर गौरव गोगोई, फिर भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद और फिर अखिलेश यादव ने चर्चा में हिस्सा लिया। लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक (उम्मीद एक्ट) पर चर्चा के दौरान समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बीच हंसी-मजाक के अंदाज में आरोप-प्रत्यारोप दिखाई दिया। दरअसल, वक्फ बिल पर बोलते हुए अखिलेश ने भारतीय जनता पार्टी के नए अध्यक्ष के चुनाव में देरी को लेकर तंज कसा। इस पर परिवारवाद का जिक्र कर पलटवार करते हुए शाह ने अखिलेश से कहा कि आप तो 25 साल तक अपनी पार्टी के अध्यक्ष बने रहेंगे, हमें कार्यकर्ताओं में से चुनना है, इसलिए समय लग रहा है।
उन्होंने कहा कि ये दावा करते हैं कि ये दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है, पर ये इतने दिनों से अपना अध्यक्ष नहीं चुन पा रहे हैं। इस पर सदन हंसी ठहाकों से गूं उठा। इस बीच अमित शाह ने कहा कि अखिलश जी ने हंसते हुए यह बात कही है, इसलिए मैं भी हंसते हुए ही जवाब देना चाहूंगा। उन्होंने कहा कि आपको तो परिवार के ही कुछ सदस्यों में से अध्यक्ष चुनना होता है, पर हमें अपने करोड़ों पंजीकृत सदस्यों में से लोकतांत्रिक तरीके से अध्यक्ष का चुनाव करना होता है। इसलिए हमें थोड़ा समय लगता है।
आइए अब जाते हैं अखिलेश ने क्या कहा?
वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि जो पार्टी खुद को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी कहती है, वह अभी तक अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं चुन पाई है।
अमित शाह ने दिया करारा जवाब
इस पर गृह मंत्री अमित शाह ने चुटकी लेते हुए कहा कि मेरे सामने जितनी भी पार्टियां हैं, उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव कुछ परिवार के लोग ही करेंगे। हमें 12-13 करोड़ सदस्यों में से प्रक्रिया के बाद चुनना है। इसलिए इसमें समय लगता है। आपके मामले में तो ज्यादा समय नहीं लगेगा। मैं तो कह रहा हूं कि आप 25 साल तक अध्यक्ष बने रहेंगे।’ अमित शाह की टिप्पणी पर अखिलेश यादव भी मुस्कुराते हुए नजर आए।