
भारतीय जनता पार्टी (BJP) को जल्द ही नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल सकता है. संसद सत्र के समाप्त होने के बाद पार्टी में नए अध्यक्ष के चुनाव को लेकर प्रक्रिया तेज कर दी जाएगी.सूत्रों के मुताबिक, 4 अप्रैल को संसद सत्र खत्म होते ही बीजेपी संगठन चुनाव के लिए तैयारी शुरू हो जाएगी. इसके बाद अगले 4 से 5 दिनों के भीतर उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों के नामों का ऐलान हो जाएगा. पार्टी के नेताओं का मानना है कि प्रदेश अध्यक्षों के नामों की घोषणा के बाद ही राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
रिपोर्ट्स के अनुसार, बीजेपी को अप्रैल के दूसरे या तीसरे हफ्ते तक नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल सकता है. यह प्रक्रिया पार्टी के संगठन को एक नई दिशा देने के साथ-साथ आगामी चुनावों की रणनीति में भी अहम भूमिका निभाएगी. इस बदलाव को लेकर पार्टी में उत्सुकता और चर्चाएं जारी हैं, और सभी की नजरें अब पार्टी नेतृत्व के इस महत्वपूर्ण फैसले पर टिकी हैं.
18 से ज्यादा राज्यों में अध्यक्षों का होना है ऐलान
पार्टी सूत्रों के अनुसार, 18 से ज्यादा अध्यक्षों के नाम ऐलान होने के बाद पार्टी के अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. बीजेपी के इस संगठनात्मक बदलाव से पार्टी के आगामी दिशा-निर्देश और चुनावी रणनीतियों पर बड़ा असर पड़ने की संभावना है. फिलहाल पार्टी को पूरा फोकस संसद सत्र पर है क्योंकि सरकार कल यानी बुधवार को लोकसभा में वक्फ बिल पेश करने जा रही है.
बिहार में इस साल होने हैं विधानसभा चुनाव
बीजेपी के भीतर नए अध्यक्ष का चुनाव ऐसा समय में किया जा रहा है जब इस साल के अंत में बिहार में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं.बिहार की वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल नवंबर 2025 में समाप्त होगा, क्योंकि बिहार विधानसभा के चुनाव 2020 में हुए थे और उस समय चुनी गई विधानसभा का कार्यकाल 5 साल का होता है.
एनडीए बनाम इंडिया गठबंधन की लड़ाई
मौजूदा समय में बिहार में एनडीए की सरकार है जिसका नेतृत्व जेडीयू के मुखिया नीतीश कुमार कर रहे हैं. ऐसे में आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी और महागठबंधन (राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस, और अन्य) के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा की उम्मीद है, खासकर इस समय की राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए माना जा रहा है कि मुकाबला टक्कर का हो सकता है.