
विधायक अजय सिंह ने नाराजगी भरे लहजे में कहा कि मैं, भी क्षत्रिय हूं और नवरात्र में नौ दिन का व्रत रखा हूं। मंदिर और मठ में रहने वाले ही सिर्फ श्राप नहीं दे सकते हैं। मैं भी श्राप दे सकता हूं। एक ब्राह्मण की हत्या पर सियासत करेगा वह समाप्त हो जाएगा।दुबौलिया के उभाईं के किशोर आदर्श उपाध्याय की दुर्भाग्यपूर्ण मौत को लेकर सियासी खींचतान सतह पर आ गई है। पुलिस कर्मियों पर अब तक एफआईआर दर्ज न होने और मौत के बाद आदर्श पर मारपीट का केस दर्ज होने, सूदखोरी में लिप्त होने की बात को नजरअंदाज किए जाने को लेकर सियासी आरोप-प्रत्यारोप तक लगाए जाने लगे हैं।हर्रैया के विधायक अजय कुमार सिंह उभाईं पहुंचकर मृतक के पिता ओमप्रकाश उपाध्याय से मिले। नाराजगी भरे लहजे में बोले कि मैं, भी क्षत्रिय हूं और नवरात्र में नौ दिन का व्रत रखा हूं। मंदिर और मठ में रहने वाले ही सिर्फ श्राप नहीं दे सकते हैं। मैं भी श्राप दे सकता हूं। एक ब्राह्मण की हत्या पर सियासत करेगा वह समाप्त हो जाएगा।
बोले कि, कुछ लोग जाति से जोड़कर उन पर थानेदार और सिपाही को बचाने का आरोप लगा रहे हैं, जबकि मैने 20 मार्च को सिपाही शिवम सिंह को हटाने के लिए कप्तान को पत्र लिखा था, क्योंकि उसकी काफी शिकायत थी। कहा कि मेरी जाति से या सिपाही से कोई लेना-देना नहीं।जनता मेरी मेरा सब कुछ है। विधायक ने कहा कि सबसे पहले पहुंचकर पोस्टमार्टम से लेकर आर्थिक सहायता दिलाने तक का काम किया। बोले कि एक ब्राह्मण की हत्या पर जो राजनीति करेगा उसका विनाश हो जाएगा।