
केंद्रीय गृह मंत्रीअमित शाह ने लोकसभा में अप्रवासन और विदेशी बिल पर हुई बहस का जवाब देते हुए कहा किहमारे देश में कौन आता है कितने समय तक आता है, किस लिए आता है ये जानना जरूरी है. हरेक विदेशी नागरिक का अपडेट इस बिल के बाद होगा.सुरक्षा को जो खतरे में डालेंगे उनपर हमारी कड़ी नजर होगी, निगरानी भी होगी. उन्होंने कहा कि रोहिंग्या-बांग्लादेशी अशांति फैलाने आएंगे, तो कड़ाई से निपटारा होगा.
उन्होंने कहा किअंतराष्ट्रीय कन्वेंशन का सिग्नेटरी भारत को होने की जरूरत क्यों नहीं है, क्योंकि 5000 सालों से हमारे देश का रिकॉर्ड बेदाग रहा है.
उन्होंने कहा किशरणार्थियों के प्रति इतिहास रहा है. पारसियों को जब भगाया गया तो भारत ने बांह फैलाया.इजराइल से भी जब यहूदी भागे तो हमारे देश में उनका स्वागत किया. हमारी स्वागत की संस्कृति की वजह से इसलिए हमें कानून की जरूरत नहीं थी.