
बहेड़ी थाने के दरोगा को सांप्रदायिक विवाद की जानकारी छिपाना और बिना बताए ड्यूटी से गायब रहना भारी पड़ गया। एसएसपी ने जांच के बाद दरोगा को निलंबित कर दिया।बरेली के बहेड़ी में सांप्रदायिक विवाद होने की जानकारी छिपाने, चोरी के आरोपियों को बचाने व बिना बताए ड्यूटी से गायब होने के मामले में जांच के बाद एसएसपी ने दरोगा राहुल कुमार को निलंबित कर दिया है। होली के दिन बहेड़ी के राजू नगला गांव में हर वर्ष सामूहिक जुलूस का आयोजन होता है। 14 मार्च को होली जुलूस निकाला जा रहा था, इसे गांव के मुख्य चौराहे के पास कुछ लोगों ने रोक दिया।इसको लेकर दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए थे। दोनों पक्षों में मामूली मारपीट और पथराव भी हुआ था। इस पूरी घटना को दरोगा छिपाए रहा। 17 मार्च को बहेड़ी के नैनीताल रोड पर आधी रात के समय राजू नगला के दिनेश व दीपक को चोरी करते रंगे हाथों दरोगा ने गिरफ्तार किया था। दोनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए थे।18 मार्च को इंस्पेक्टर संजय तोमर की अनुपस्थिति में दरोगा राहुल कुमार ने दोनों अभियुक्तों से सांठगांठ कर दिनेश को पुराने गैर जमानती वारंट में दाखिल किया व दीपक का शांति भंग में चालान कर दिया, जबकि दीपक पर पूर्व में चोरी के आठ मुकदमे दर्ज थे।
बगैर बताए ड्यूटी से रहा गायब
इन प्रकरणों में एसएसपी ने संज्ञान लेकर अधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा तो पता चला कि दरोगा ने इसकी जानकारी किसी को नहीं दी थी। इस मामले में गंभीरता से लेते हुए एसएसपी ने जांच शुरू कराई तो दरोगा राहुल कुमार बगैर किसी को बताए पीआरवी ड्यूटी को छोड़कर शाहजहांपुर चला गया।एसएसपी अनुराग आर्य ने इस मामले में पुलिस की छवि धूमिल होने, लापरवाही बरतने, अनुशासनहीनता को लेकर तत्काल प्रभाव से दरोगा को निलंबित कर दिया है। साथ ही विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।