
गाजियाबाद। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डासना और 50 बेड के संयुक्त अस्पताल लोनी को फर्स्ट रेफरल यूनिट (एफआरयू) का दर्जा दिया जाएगा। इससे इन केंद्रों पर चिकित्सा सुविधाएं और भी सुदृढ़ होंगी। एफआरयू का दर्जा दिलाने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से शासन से मांग गई है। अभी जिले में चार स्वास्थ्य केंद्र एफआरयू में शामिल हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने इस बार लोनी स्थित 50 बेड का संयुक्त अस्पताल और डासना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को चयनित किया है। डासना सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) में सिजेरियन ऑपरेशन शुरू हो चुका है। सड़क दुर्घटना में घायल लोगों को भी उपचार मुहैया कराया जा रहा है। इसके अलावा दोनों अस्पतालों में मरीजों के उपचार के लिए विशेषज्ञ चिकित्सक समेत अन्य सुविधाएं भी बढ़ाई जा रही हैं।
अभी चार फर्स्ट रेफरल यूनिट
अभी जिले में जिला महिला अस्पताल, संजयनगर स्थित संयुक्त जिला अस्पताल, लोनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और मुरादनगर सामुदायिक केंद्र शामिल हैं। महिला अस्पताल में जनवरी 2025 तक 4911 सामान्य और 2119 सिजेरियन प्रसव किए गए। संयुक्त जिला अस्पताल संजय नगर में 915 सामान्य और 255 सिजेरियन किए गए। सीएचसी मुरादनगर में 1174 सामान्य व 137 सिजेरियन इसके अलावा लोनी सीएचसी पर 4171 सामान्य और 95 सिजेरियन किए गए।
मरीजों को मिलेंगी चिकित्सीय सुविधाएं
नोडल अधिकारी डॉ. रविंद्र कुमार का कहना है कि दो सीएचसी व महिला अस्पताल व संयुक्त जिला अस्पताल एफआरयू में शामिल है। इसके अलावा डासना सीएचसी और लोनी 50 बेड संयुक्त अस्पताल को भी एफआरयू का दर्जा दिलाने के लिए शासन से मांग की गई है। एफआरयू सेंटर पर सामान्य व सिजेरियन डिलीवरी के अलावा अन्य चिकित्सीय सुविधा मिलेगी।