बांदीपुरा पुलिस ने आतंकवादियों के खिलाफ की बड़ी कार्रवाई, कई स्थानों पर चलाया तलाशी अभियान..

जम्मू कश्मीर पुलिस आतंकी समूहों और आतंकी वित्तपोषण के खिलाफ लगातार बड़ा अभियान छेड़े हुए है. इसके तहत पुलिस आतंकियों और उनके मददगारों की कमर तोड़ने के लिए तलाशी अभियान चला रही है. यह तलाशी बशीर अहमद भट पुत्र कादिर भट निवासी भट मोहल्ला सुंबल, सज्जाद अहद नावू पुत्र मोहम्मद सुल्तान नावू निवासी नायदखाई के घर में ली गई. ये दोनों संदिग्ध ओजीडब्ल्यू, जेकेडीएफपी और जेके पीपुल्स लीग के प्रतिबंधित संगठनों के संदिग्ध कार्यकर्ता हैं. यह मामला एफआईआर संख्या 7/2024 और 62/2024 पीएस सुंबल की जांच के संबंध में है.इसके अलावा, मोहम्मद शेख (गड्डा) पुत्र मोहिउद्दीन शेख निवासी बाग बांदीपुरा और मोहम्मद वाजा पुत्र कादिर वाजा निवासी वार्ड 4 प्लान बांदीपुरा के आवासीय घरों में भी तलाशी ली गई. ये दोनों संदिग्ध ओजीडब्ल्यू तहरीक-ए-हुर्रियत के प्रतिबंधित संगठनों के संदिग्ध कार्यकर्ता हैं.

जम्मू कश्मीर पुलिस आतंकी समूहों और आतंकी वित्तपोषण के खिलाफ लगातार बड़ा अभियान छेड़े हुए है. इसके तहत पुलिस आतंकियों और उनके मददगारों की कमर तोड़ने के लिए तलाशी अभियान चला रही है. यह तलाशी बशीर अहमद भट पुत्र कादिर भट निवासी भट मोहल्ला सुंबल, सज्जाद अहद नावू पुत्र मोहम्मद सुल्तान नावू निवासी नायदखाई के घर में ली गई. ये दोनों संदिग्ध ओजीडब्ल्यू, जेकेडीएफपी और जेके पीपुल्स लीग के प्रतिबंधित संगठनों के संदिग्ध कार्यकर्ता हैं. यह मामला एफआईआर संख्या 7/2024 और 62/2024 पीएस सुंबल की जांच के संबंध में है.इसके अलावा, मोहम्मद शेख (गड्डा) पुत्र मोहिउद्दीन शेख निवासी बाग बांदीपुरा और मोहम्मद वाजा पुत्र कादिर वाजा निवासी वार्ड 4 प्लान बांदीपुरा के आवासीय घरों में भी तलाशी ली गई. ये दोनों संदिग्ध ओजीडब्ल्यू तहरीक-ए-हुर्रियत के प्रतिबंधित संगठनों के संदिग्ध कार्यकर्ता हैं.

सभी संदिग्धों से पूछताछ
यह मामला एफआईआर संख्या 04/2024 पीएस सुंबल की जांच के संबंध में है. यूएपीए के तहत केस एफआईआर नंबर 06/24 में विगपारा में एक घर की तलाशी भी ली गई. तलाशी एक कार्यकारी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में ली गई. संदिग्धों के पास से कोई आपत्तिजनक वस्तु बरामद नहीं हुई. सभी संदिग्धों से पूछताछ की गई है.

संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी
ये मामले सीमा पार बैठे आतंकवादी और अलगाववादी संगठनों के संचालकों से संबंधित हैं, जो केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में सक्रिय प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के सदस्यों के साथ आपराधिक साजिश रच रहे हैं. यह छापेमारी उन लोगों के संदिग्ध ठिकानों पर भी की गई, जिन्होंने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी और गैरकानूनी गतिविधियों को और तेज करने के इरादे से आतंकवादी और अलगाववादी संगठनों को पनाह देने और विभिन्न प्रकार की रसद सहायता प्रदान करने के लिए ओजीडब्ल्यू के नए मॉड्यूल बनाए हैं.इस जांच का उद्देश्य न केवल आतंकवाद का समर्थन और बढ़ावा देने वाले ओवर ग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) की पहचान करके बल्कि देश के कानून द्वारा परिकल्पित कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करके केंद्र शासित प्रदेश में आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को खत्म करना है.

 

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