
उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य शूटर और अतीक अहमद के बेटे असद को भले ही पुलिस ने करीब दो साल पहले मुठभेड़ में ढेर कर दिया था, लेकिन शनिवार को सोशल मीडिया पर उसका वीडियो पोस्ट किया गया, जिसमें वह गाड़ी चलाते नजर आ रहा है।माफिया अतीक अहमद की माैत के बाद भी सोशल मीडिया पर उसका साम्राज्य कायम है। अतीक अहमद ही नहीं जेल में बंद उसके बेटे उमर और अली के नाम से दर्जनों सोशल मीडिया अकाउंट संचालित हो रहे हैं। खास बात यह है कि इन पर लगातार फोटो और वीडियो भी पोस्ट किए जा रहे हैं पर पुलिस ने चुप्पी साध रखी है।
उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य शूटर और अतीक अहमद के बेटे असद को भले ही पुलिस ने करीब दो साल पहले मुठभेड़ में ढेर कर दिया था, लेकिन शनिवार को सोशल मीडिया पर उसका वीडियो पोस्ट किया गया, जिसमें वह गाड़ी चलाते नजर आ रहा है। अतीक अहमद एमपी के नाम से चल रहे सोशल मीडिया अकाउंट से यह वीडियो पोस्ट किया गया है। वहीं एक दिन पहले अतीक के भाई अशरफ के साले और गैंगस्टर सद्दाम की वीडियो रील इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपलोड की गई थी, जिसमें यूपी में घर बैठे मर्डर करा देंगे गाना बज रहा था।इससे पहले अतीक अहमद नाम से बनाए गए इंस्टाग्राम अकाउंट पर उसके बेटे अली के कोर्ट में पेशी के दौरान आने का एक वीडियो सात मार्च को पोस्ट किया गया था। अतीक अहमद के ऑफिशियल नाम से बने एक और अकाउंट पर 24 फरवरी को अतीक व मुख्तार अंसारी का फोटो पोस्ट कर उन्हें किंग ऑफ पूर्वांचल बताया गया है।
बताया जा रहा है कि सोशल मीडिया पर इन दिनों अतीक, अली और उमर के नाम पर सबसे ज्यादा सक्रिय अकाउंट इंस्टाग्राम पर हैं। ऐसे करीब 1.5 दर्जन अकाउंट सामने आए हैं। खास बात यह है कि इनमें से ज्यादातर पर अतीक व उसके परिवार से जुड़े पुराने वीडियो लगातार पोस्ट किए जा रहे हैं। कुछ ऐसे भी हैं जिनमें माफिया व उसके बेटों की कोर्ट में पेशी के दौरान के वीडियो शेयर किए जा रहे हैं।
कड़ी सुरक्षा के बावजूद पेशी पर कैसे बन रही वीडियो रील?
एक दिन पहले अशरफ के साले सद्दाम की वीडियाे रील वायरल होने पर भी सवाल उठ रहे हैं। कहा जा रहा है कि कोर्ट में पेशी के दाैरान कड़ी सुरक्षा के बीच आखिर कैसे वीडियो रील शूट की जा रही है। साथ ही प्राइवेट लोगों को न्यायिक हिरासत में निरुद्ध लोगों के साथ आने-जाने की अनुमति मिल रही है। वो भी तब, जबकि आरोपी कुख्यात गिरोह के सदस्य हैं।
एडीसीपी नगर अभिजीत कुमार का कहना है कि ऐसे सभी अकाउंट को चिह्नित करने के लिए और उनके संबंध में आवश्यक कार्रवाई के लिए सोशल मीडिया की भली-भांति जानकारी रखने वाले पुलिसकर्मियों की एक टीम बनाई गई है। टीम अकाउंट को चिह्नित कर इसकी सूचना अफसरों को देती है और उन्हें बंद करने के संबंध में आवश्यक कार्रवाई भी करती है। जो भी ऐसे अकाउंट्स संचालित हो रहे हैं उनके संचालकों को चिह्नित कर कार्रवाई की जा रही है।