
हरगांव (सीतापुर)। लखीमपुर रेलवे क्रॉसिंग पर बृहस्पतिवार को गहमागहमी का माहौल रहा। क्रॉसिंग निर्धारित समय से चार घंटे बाद बंद हुई। दोपहर चार बजे तक आवागमन रोका नहीं गया जबकि 12 बजे से ही यातायात रोके जाने की जानकारी रेलवे विभाग की ओर से जारी हुई थी। ऐसे में चार घंटे तक लोगों को बदले हुए रूटों पर दिक्कत का सामना करने के साथ ही अधिक दूरी तय करनी पड़ी।
दरअसल लखीमपुर मार्ग पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग संख्या 99 पर गर्डर के इरेक्शन (स्लैब डालने) के लिए पांच दिनों तक डायवर्जन रहना है। बृहस्पतिवार दोपहर 12 बजे से 25 मार्च दोपहर 12 बजे तक काम होने के चलते पूर्ण रूप से आवागन बंद रहेगा, इस बात की जानकारी रेलवे विभाग ने दी थी।
ऐसे में बृहस्पतिवार सुबह से ही लोगों ने परिवर्तित मार्गाें पर चलना शुरू कर दिया। इन मार्गों पर वाहनों की संख्या अधिक देखी गई लेकिन दोपहर चार बजे तक इस रूट को बंद नहीं किया गया। छोटे बड़े वाहन बस आदि इस रूट से गुजरते रहे।
केसरीगंज बाजार में रहा जाम
लहरपुर (सीतापुर)। डायवर्जन की जानकारी मिलने के बाद लहरपुर की ओर से लखीमपुर होते हुए एलआरपी चौकी होकर जाने वाले मार्ग पर जाम की स्थिति बनी रही। छोटे-बड़े वाहन कई बार जाम में फंसते रहे। केसरीगंज बाजार का मार्ग संकरा है, आम दिनों में वैसे तो यहां भीड़ कम रहती है लेकिन बृहस्पतिवार को बाजार में जाम लगा रहा। धीरे-धीरे वाहन खिसकते हुए दिखाई दिए।
असमंजस की रही स्थिति
लखीमपुर से सीतापुर आने वाले रोहित ने बताया कि वह जरूरी काम से आना चाहते थे। रात में उनको सोशल मीडिया से ट्रैक बंद होने की जानकारी मिल गई। इसलिए वह नहीं निकले। दोपहर में उनको पता चला कि ट्रैक को बंद ही नहीं किया गया है। ऐसे में उन्होंने सोचा कि शायद आज ट्रैक को बंद नहीं किया जाएगा। वह बाइक से निकलने वाले ही थे, तब तक उनको ट्रैक बंद होने की जानकारी फिर से मिल गई। ऐसे में उनके साथ असमंजस की स्थिति बनी रही।