Happiness Index: मुसीबतों के बावजूद पाकिस्तान कैसे भारत से अधिक खुशहाल है?

संयुक्त राष्ट्र ने आज जब वर्ल्ड हैपिनेस इंडेक्स जारी किया तो भारत का स्थान 147 देशों में 118वें पायदान पर रहा. भारत का प्रदर्शन पीछे के बरसों से थोड़ा सुधरा जरूर है पर फिर भी ये बेहद तंगहाली और आंतकी गतिविधियों के शिकार कई देशों से काफी पीछे है. भारत की रैंकिंग पीछले साल यानी 2024 के रिपोर्ट में 126 थी. जो इस साल घटकर 118 पर आ गई है.

संयुक्त राष्ट्र ने आज जब वर्ल्ड हैपिनेस इंडेक्स जारी किया तो भारत का स्थान 147 देशों में 118वें पायदान पर रहा. भारत का प्रदर्शन पीछे के बरसों से थोड़ा सुधरा जरूर है पर फिर भी ये बेहद तंगहाली और आंतकी गतिविधियों के शिकार कई देशों से काफी पीछे है. भारत की रैंकिंग पीछले साल यानी 2024 के रिपोर्ट में 126 थी. जो इस साल घटकर 118 पर आ गई है.

चौंकाने वाली बात बस ये थी कि भारत का स्थान यूक्रेन, मोजाम्बिक, ईरान, इराक, पाकिस्तान, फिलिस्तीन, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो, युगांडा, गाम्बिया और वेनेजुएला जैसे संघर्ष प्रभावित देशों से भी खराब रहा. इस स्टोरी में हम समझेंगे कि यूनाइटेड नेशंस के मुताबिक मुसीबत में होने के बावजूद भी पाकिस्तान की स्थिति भारत से क्यों खुशहाली के मायने में बेहतर नजर आती है.

वर्ल्ड हैपिनेस इंडेक्स की बड़ी बातें

लेकिन पहले यहां हैपिनेस इंडेक्स की कुछ बड़ी बातें. एक बार फिर फिनलैंड को दुनिया का सबसे खुशहाल देश घोषित किया गया है. दिलचस्प बात यह है कि लगातार आठ साल से फिनलैंड अपना पहला स्थान बरकरार रखने में सफल साबित हुआ है. ये रिपोर्ट 147 देशों के लोग अपने जीवन की गुणवत्ता को किस तरह आंकते हैं, इसी पैमाने पर तैयार होती है.

दूसरों के साथ भोजन साझा करना, सामाजिक सहायता के लिए किसी पर भरोसा करना और परिवार का आकार जैसे कई पैमानों के आधार पर ये रिपोर्ट तैयार होती है. मिसाल के तौर पर, रिपोर्ट बताती है कि जो लोग मानते हैं कि दूसरे अगर उनका खोया हुआ बटुआ वापस करने को तैयार हैं, तो फिर ये आबादी की समग्र खुशी का एक मजबूत नमूना है.

भारत-पाकिस्तान की एक तुलना
हैपिनेस इंडेक्स में असमानता के पैमाने पर भारत को 118वें, सामाजिक सहयोग के मामले में 128वें, प्रति व्यक्ति जीडीपी के मामले में 93वें, स्वतंत्रता के मामले में 23वें, उदारता को लेकर 51वें, भ्रष्टाचार की अवधारणा के बिंदु पर 56वें, सकारात्मक भावनाओं को लेकर 89वें, नकारात्मक भावना को लेकर 117वें, डोनेशन के मायने में 51वें, वॉल्यूटीयरिंग को लेकर 16वें और एक अनजान की मदद के मामले में 80वें स्थान पर रखा गया है.

वहीं, इसी की तुलना पाकिस्तान से की जाए तो असमानता के पैमाने पर पाकिस्तान भारत से बेहतर 101वें, सामाजिक सहयोग के मामले में भारत से स्थिति थोड़ी खराब – 131वें, प्रति व्यक्ति जीडीपी के मामले में 108वेंं, स्वतंत्रता के मामले में बेहद खराब – 135वें, उदारता को लेकर 37वें, भ्रष्टाचार की अवधारणा के बिंदु पर 104वें, सकारात्मक भावनाओं को लेकर 139वें, नकारात्मक भावना को लेकर 114वें, डोनेशन के मायने में 37वें, वॉल्यूटीयरिंग को लेकर 101वें स्थान पर रहा. कुल मिलाकर, यूएन ने पाकिस्तान के लोगों में खुशहाली के बिंदु पर भारत से बेहतर स्थिति पाई.

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