
मिठाइयों की दुकान पर नमूने भरने पहुंचे खाद्य निरीक्षक को व्यापारियों ने घेर लिया और हंगामा व नारेबाजी की। इनका आरोप है कि हर माह वह नमूने भरते हैं और बाद में पैसे लेकर वापस कर देते हैं। इस दौरान हुई नोकझोंक का वीडियो भी वायरल हो रहा है। उधर, खाद्य निरीक्षक ने व्यापारियों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए थाने पर तहरीर दी है।
बुधवार दोपहर खाद्य निरीक्षक एसएन सिंह अलीगढ़ से एक निजी स्कार्पियो कार से सांकरा पहुंचे और पुलिस चौकी के सामने स्थित सांकरा स्वीट्स में रखी मिठाइयों की जांच करने लगे। दुकान मालिक योगेश कुमार का आरोप है कि खाद्य निरीक्षक ने कहा कि यदि नमूने नहीं भरवाने है तो 20 हजार रुपये दे दों। इस पर दोनों के बीच नोकझोंक हो गई। योगेश का आरोप है कि कभी 15 दिन तो कभी एक माह में वह आते हैं और नूमने वापस करने के नाम पर पैसे लेकर चले जाते हैं। बुधवार को मिल्क केक का नमूना भरकर ऐसा ही किया। सांकरा निवासी एक अन्य दुकानदार विष्णु ने भी आरोप लगाया कि उनके साथ भी एक माह पहले ऐसा ही किया गया था। नमूने लेने से पहले कोई परिचय नहीं दिया जाता है और न ही पुलिस को सूचना दी जाती है।आसपास के दुकानदार भी एकत्र हो गए और नारेबाजी शुरू कर दी। प्रदर्शन में जीराजसिंह, योगेश कुमार, विष्णु कुमार, गंगा चरण, प्यारेलाल, प्रिंस, जगदीश, दीपक, कालू, छोटे आदि शामिल रहे।
खाद्य निरीक्षक एसएनसिंह ने बताया बुधवार को एक सूचना मिलने के बाद वह नमूने लेने गए थे। योगेश कुमार के यहां मिलावटी मिल्क केक के विषय पूछताछ करते हुए नमूने ले रहे थे, तभी उसने कई दुकानदारों के साथ मिलकर अभद्रता की और सरकारी कार्य में बाधा डाली। सरकारी अभिलेख छीनने की कोशिश भी की। उन्होंने घटना के संबंध में थाने पर तहरीर भी दी है। थाना दादो प्रभारी ने बताया तहरीर के आधार पर जांच की जा रही है, जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। सांकरा क्षेत्र में जो भी घटना हुई है, उसकी गंभीरता से जांच कराई जाएगी। अगर विभागीय अधिकारी की कोई दोषपूर्ण भूमिका पाई जाती है तो कार्रवाई होगी।