
बिहार के मुजफ्फरपुर में एक लोको पायलट की रेलवे ट्रैक पर लाश मिली है. कुढ़नी थाना क्षेत्र के हरिया के पास उस वक्त सनसनी फैल गई, जब लोगों ने रेलवे ट्रैक पर एक लोको पायलट का शव पड़ा देखा. शव की हालत इतनी खराब थी कि उसे पहचानना मुश्किल था. हालांकि, मौके पर रेलवे पुलिस पहुंची. पुलिस ने मृतक की पहचान शिवहर जिले के 33 वर्षीय अमरेंद्र कुमार के रूप में की है. वह पूर्व मध्य रेलवे के समस्तीपुर मंडल में लोको पायलट के पद पर कार्यरत थे और काजी मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र में किराए के मकान में अपने परिवार के साथ रहते थे.
बताया जाता है कि ग्रामीण पशुओं के लिए चारा लेने निकले थे. इसी दौरान उनकी नजर रेलवे ट्रैक पर पड़े शव पर गई. शव का सिर पूरी तरह क्षतिग्रस्त था और दोनों हाथ सिर की ओर मुड़े हुए थे. यह दृश्य देखकर ग्रामीण सहम गए. शव देखने के लिए मौके पर भीड़ जुट गई. लोगों ने पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलते ही GRP और स्थानीय थाने की पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मुजफ्फरपुर भेज दिया.
रेलवे के आईकार्ड से हुई पहचान
पुलिस ने शव की तलाशी ली, तो उसके पास से एक रेलवे का आईकार्ड बरामद हुआ. इसी से मृतक की पहचान हुई. शुरुआती जांच में पुलिस इसे ट्रेन से गिरकर हुई मौत मान रही है. लेकिन अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि हादसा कैसे हुआ. वहीं कुढ़नी थाना अध्यक्ष रवि प्रकाश ने बताया कि शव रेलवे ट्रैक के पोल संख्या 28 और 30 के बीच मिला. पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही यह तय हो सकेगा कि यह हादसा था या फिर इसके पीछे कोई गहरी साजिश है.
कॉल डिटेल्स खंगाला जा रहा
प्रारंभिक जांच में ट्रेन से गिरकर मौत होने की आशंका जताई गई है. रेलवे ट्रैक के आसपास लगे CCTV कैमरों के फुटेज खंगाले जा रहे हैं. इसके अलावा मृतक के मोबाइल कॉल डिटेल्स की भी जांच की जा रही है, ताकि यह पता चल सके कि घटना से पहले उन्होंने किससे बातचीत की थी. पुलिस का कहना है कि परिजन से बातचीत के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.