
ज्योतिषाचार्य पं.हृदय रंजन शर्मा ने बताया- कि इस बार भी होलिका दहन पर भद्रा का साया देखने को मिल रहा है। 13 मार्च को सुबह 10.35 बजे से भद्रा प्रारंभ होकर रात्रि 11:29 रहेगी, इसलिए होलिका दहन रात्रि 11:29 के उपरांत ही फलदायी माना जाएगा।
अलीगढ़ जिले में 2765 स्थानों पर 13 मार्च को कड़ी सुरक्षा के बीच होलिका दहन होगा। इनमें शहर के 968 व देहात के 1797 स्थान शामिल हैं। शहर व देहात के 67 स्थानों को अतिसंवेदनशील व 105 स्थानों को संवेदनशील श्रेणी में चिह्नित किया गया है। इन स्थानों पर ज्यादा सुरक्षा इंतजाम रहेंगे।
ज्योतिषाचार्य पं.हृदय रंजन शर्मा ने बताया- कि शुक्ल पक्ष पूर्णिमा तिथि 13 मार्च को प्रातः 10:35 बजे से आरंभ होकर अगले दिन 14 मार्च को दोपहर 12:24 बजे तक रहेगी। उन्होंने बताया- कि 100 वर्ष बाद इस बार होली पर्व पर मीन राशि में सूर्य, बुध और शुक्र की युति बनने के कारण विशेष बुधादित्य, लक्ष्मी नारायण एवं त्रिग्रही योग जैसे शुभ संयोग बन रहे हैं। होलिका दहन पर सूर्य, बुध और शनि की कुंभ राशि में युति बन रही है।
शूल योग और 13 मार्च का दिन इस पर्व को और भी विशिष्ट बना रहे हैं। तीन ग्रहों की विशेष युति बनने से इस बार होलिका दहन की रात्रि यानि सिद्ध रात्रि मंत्र, यंत्र और तंत्र साधना के लिए भी अत्यंत प्रभावशाली रहेगी। उन्होंने बताया- कि इस बार भी होलिका दहन पर भद्रा का साया देखने को मिल रहा है। 13 मार्च को सुबह 10.35 बजे से भद्रा प्रारंभ होकर रात्रि 11:29 रहेगी, इसलिए होलिका दहन रात्रि 11:29 के उपरांत ही फलदायी माना जाएगा।