
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के मॉरीशस दौरे पर हैं. आज यानी बुधवार को उनके दौरे का दूसरा दिन है. पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत एक मजबूत साझेदार के रूप में उभरा है. भारत का दृष्टिकोण सशर्त सहायता के बजाय आपसी सम्मान, स्थिरता और क्षमता निर्माण पर केंद्रित रहा है. प्रधानमंत्री ने हमेशा से एक मजबूत भागीदार के रूप में भारत की भूमिका पर जोर दिया है, जो दुनिया भर में बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और कनेक्टिविटी परियोजनाओं का समर्थन करता है.
मॉरीशस में सिविल सर्विस कॉलेज और एरिया हेल्थ सेंटर का उद्घाटन…ये परियोजनाएं मॉरीशस की प्रशासनिक और स्वास्थ्य सेवा क्षमताओं को मजबूत करने, दीर्घकालिक विकास और क्षमता निर्माण को बढ़ावा देने के भारत के प्रयासों को दर्शाती हैं. दोनों ही भारत की अनुदान सहायता से बनाए गए हैं. मॉरीशस में यह एक और मील का पत्थर साबित होगा. प्रधानमंत्री ने मॉरीशस में कहा कि मॉरीशस सिर्फ एक साझेदार देश नहीं है, हमारे लिए मॉरीशस एक परिवार है. मॉरीशस भारत के सागर विजन के केंद्र में है. जब मॉरीशस समृद्ध होता है, तो भारत सबसे पहले जश्न मनाता है. मॉरीशस ही भारत ने एक मजबूत साझेदार के रूप में कई देशों की सहायता की है.
भारत इन देशों के लिए भी बना ढाल
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने भूटान में पेमा वांगचुक मदर एंड चाइल्ड अस्पताल बनाया है, जिसका पहला चरण 2019 में जबकि इसका दूसरा चरण 2024 में पूरा हो गया. पिछले साल पीएम मोदी ने इसका उद्घाटन किया था. साल में 2023 में पीएम मोदी और बांग्लादेश की तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना ने संयुक्त रूप से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए तीन भारतीय सहायता प्राप्त विकास परियोजनाओं अखौरा-अगरतला क्रॉस-बॉर्डर रेल लिंक, खुलना-मोंगला पोर्ट रेल लाइन और बांग्लादेश के रामपाल में मैत्री सुपर थर्मल पावर प्लांट की यूनिट-II का उद्घाटन किया था.
साल 2022 में प्रधानमंत्री मोदी ने जयनगर-कुर्था रेलवे को हरी झंडी दिखाई थी, जो भारत और नेपाल के बीच पहला ब्रॉड-गेज यात्री रेलवे लिंक होगा, जिसे भारतीय अनुदान सहायता से बनाया गया है.
2021 में प्रधानमंत्री मोदी और सेशेल्स के राष्ट्रपति रामकलावन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सेशेल्स के विक्टोरिया में मजिस्ट्रेट कोर्ट की इमारत का उद्घाटन किया था. यह देश में पहली भारतीय सहायता प्राप्त बुनियादी ढांचा परियोजना थी, जिसे 3.5 मिलियन डॉलर के भारतीय अनुदान से बनाया गया था.
2020 में प्रधानमंत्री मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री जगन्नाथ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मॉरीशस में नए सुप्रीम कोर्ट भवन का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया था. इसके अलावा 2019 में दोनों नेताओं ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मॉरीशस में मेट्रो एक्सप्रेस परियोजना और नए ईएनटी अस्पताल का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया था.
2016 में प्रधानमंत्री मोदी और तत्कालीन अफगान राष्ट्रपति ने अफगान-भारत मैत्री बांध का उद्घाटन किया, जिसे पश्चिमी अफगानिस्तान में सलमा बांध के रूप में भी जाना जाता है. 2015 में अफगान संसद भवन का निर्माण पूरा हुआ, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी और अफगानिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति ने संयुक्त रूप से किया था. यह परियोजना भारत-अफगानिस्तान विकास सहयोग के तहत अफगानिस्तान में पुनर्निर्माण का समर्थन करने के भारत के प्रयासों का हिस्सा थी.