
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने राजस्थान में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन चलाया है. ऑपरेशन 40+ के तहत जेडीए के अधीक्षण अभियंता सहित कई लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की है. ये कार्रवाई ASP ज्ञान प्रकाश नवल के नेतृत्व में आरोपी अविनाश शर्मा व अन्य के ठिकानों पर हुई है. इसमें 10 से ज्यादा टीमें शामिल रहीं. अब तक करीब 6.25 करोड़ रुपये की आय से अधिक संपत्तियां सामने आई हैं. जो कि आय से 253 प्रतिशत से ज्यादा की हैं.
बताया जा रहा है कि एसीबी ने जेडीए ऑफिस, गोपालपुरा मोड, मानसरोवर, सी स्कीम, सांगानेर, पृथ्वीराज नगर क्षेत्र, जगगतपुरा, प्रतापनगर, एवं रिंग रोड सहित अन्य इलाकों में रेड मारी है. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की रेड में अधिकारी व परिवारजनों के कुल 7 बैंक खातों में करीब 30 लाख रुपये से ज्यादा का हिसाब मिला है.
म्यूचुअल फंड में 90 लाख रुपये का निवेश
अधिकारी की बेटियों की स्कूली शिक्षा, कोचिंग और उच्च शिक्षा में करीब 50 लाख रुपये खर्च की बात भी सामने आई है. इसके साथ ही म्यूचुअल फंड में करीब 90 लाख रुपये के निवेश की बात सामने आई है. इतना ही नहीं चौपहिया और दोपहिया वाहनों को खरीदने और इनके रखरखाव में करीब 25लाख रुपये खर्च का खुलासा हुआ है.
कौड़ियों में खरीदी करोड़ों की संपत्ति
एक अधिकारी ने बताया, संदिग्ध अधिकारी के जयपुर के ठिकानों और जेडीए ऑफिस में ब्यूरो की दर्जनभर टीमों ने तलाशी ली है. अधिकारी ने जयपुर विकास प्राधिकरण में भ्रष्टाचार करते हुए गृह निर्माण समितियों और बिल्डर को फायदा पहुंचाकर काफी कम दरों पर भूखंड लिए. जबकि खरीद के समय भी इनकी कीमत करोड़ों रुपये थी.
संपत्तियों के निर्माण में खर्च किए करोड़ों रुपये
सूत्रों के मुताबिक, अधिकारी ने जयपुर के गोपालपुरा मोड़, सांगानेर, मानसरोवर, जगतपुरा, पृथ्वीराज नगर, प्रतापनगर और रिंग रोड जैसे प्रमुख इलाकों के आसपास की 25 कॉलोनियों में 50 से अधिक संपत्तियां खरीदीं. इन संपत्तियों के निर्माण में करोड़ों रुपये खर्च किए.