Aligarh News : कंहा पकड़े गए इतने बांग्लादेशी,जानें विस्तार से…

एक चौंकाने वाली घटना में, 17 साल से अवैध रूप से देश में रह रहे एक परिवार का खुलासा हुआ है। इस परिवार ने न केवल अवैध तरीके से निवास किया, बल्कि बच्चों के लिए फर्जी आधार कार्ड भी बनवाए थे। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और संबंधित आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।सूत्रों के अनुसार, यह परिवार पिछले 17 वर्षों से अवैध रूप से [शहर/राज्य का नाम] में रह रहा था। परिवार ने अपनी पहचान छिपाने के लिए बच्चों के लिए फर्जी आधार कार्ड बनवाए थे। इन आधार कार्डों का इस्तेमाल सरकारी योजनाओं और अन्य सेवाओं का लाभ उठाने के लिए किया जा रहा था।

Aligarh News : एक चौंकाने वाली घटना में, 17 साल से अवैध रूप से देश में रह रहे एक परिवार का खुलासा हुआ है। इस परिवार ने न केवल अवैध तरीके से निवास किया, बल्कि बच्चों के लिए फर्जी आधार कार्ड भी बनवाए थे। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और संबंधित आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।सूत्रों के अनुसार, यह परिवार पिछले 17 वर्षों से अवैध रूप से [शहर/राज्य का नाम] में रह रहा था। परिवार ने अपनी पहचान छिपाने के लिए बच्चों के लिए फर्जी आधार कार्ड बनवाए थे। इन आधार कार्डों का इस्तेमाल सरकारी योजनाओं और अन्य सेवाओं का लाभ उठाने के लिए किया जा रहा था।


पुलिस ने इस मामले की गहन जांच शुरू की है और अवैध रूप से निवास कर रहे परिवार को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, फर्जी आधार कार्ड बनवाने में कुछ दलालों का भी हाथ हो सकता है, जिनके खिलाफ भी जांच चल रही है। आरोपियों के पास से कई फर्जी दस्तावेज और आधार कार्ड बरामद किए गए हैं।फर्जी दस्तावेजों का निर्माण और अवैध तरीके से देश में रहना भारतीय कानून के तहत गंभीर अपराध हैं। इस मामले में आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि इस तरह की गतिविधियों से न केवल सरकारी योजनाओं का दुरुपयोग होता है, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा पर भी खतरा पैदा हो सकता है।यह घटना एक उदाहरण है कि कैसे कुछ लोग अवैध रूप से देश में निवास कर सरकारी और अन्य लाभ उठाने की कोशिश करते हैं। पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई से यह संदेश मिलता है कि ऐसे मामलों में सख्त कदम उठाए जाएंगे।

पुलिस ने दो बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने 17 साल पहले, वर्ष 2008 में बेनापुल बॉर्डर के रास्ते भारत में घुसने के बाद अवैध रूप से रहने और काम करने की बात कबूल की है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने बताया कि वे सियालदा ट्रेन से आगरा रेलवे स्टेशन होते हुए बस द्वारा अलीगढ़ के टप्पल थाना क्षेत्र के जट्टारी पहुंचे थे, जहां उन्होंने कबाड़ बीनने का काम शुरू किया था। इसके बाद उन्होंने नई बस्ती में झुग्गी-झोपड़ी बनाकर अवैध रूप से रहने की शुरुआत की।


पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिकों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने 2008 में बेनापुल बॉर्डर के रास्ते भारत में प्रवेश किया था। इसके बाद वे आगरा और अलीगढ़ होते हुए टप्पल क्षेत्र में पहुंचे और कबाड़ बीनने का काम करने लगे। उन्होंने अलीगढ़ के जट्टारी क्षेत्र में अवैध रूप से अपनी झुग्गी-झोपड़ी बनाई और कई सालों तक वहीं रहकर काम करते रहे।पुलिस ने इन बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया और उनके खिलाफ अवैध तरीके से भारत में प्रवेश करने और अवैध रूप से रहने का मामला दर्ज किया। पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ कर मामले के अन्य पहलुओं को जानने की कोशिश की है। अधिकारियों का कहना है कि यह गंभीर मामला है और संबंधित कानूनों के तहत कार्रवाई की जाएगी।


भारत में अवैध रूप से प्रवेश करना और बिना अनुमति के रहना भारतीय कानून के तहत अपराध माना जाता है। इस मामले में आरोपियों के खिलाफ विदेशी अधिनियम और अन्य संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।यह घटना देश की सुरक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दा उठाती है, क्योंकि अवैध तरीके से सीमा पार करना और बिना वैध दस्तावेजों के रहना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरे का कारण बन सकता है। पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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