
उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में मोची का काम करने वाले रामचेत मोची को तो अब हर कोई जानता है. ये वही शख्स हैं जिनसे कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मुलाकात की थी और इस मुलाकात के बाद रामचेत की तकदीर ही बदल गई. यही रामचेत मोची अब ‘रामचेत मोची’ नाम से अपना ब्रांड शुरू करने की योजना बना रहे हैं. इसके लिए उन्होंने राहुल गांधी से सहयोग मांगा है. हाल ही में सांसद ने रामचेत मोची को मुंबई बुलाकर चमड़ा कारोबारी सुधीर कुमार से उनकी मुलाकात कराई थी. जिसकी तस्वीरें राहुल ने सोशल मीडिया पर भी शेयर की थीं.
रामचेत पहली बार हवाई सफर कर मुंबई पहुंचे थे, जहां उन्हें सुधीर कुमार के चमड़े के व्यवसाय को देखने का मौका मिला. मीडिया से बात करते हुए रामचेत ने कहा कि सुधीर कुमार का व्यवसाय विदेशों तक फैला हुआ है और उनके यहां नए-नए डिजाइन के बैग और सैंडल बनाए जाते हैं. कुछ उत्पाद लकड़ी के हैं तो कुछ रबड़ के’. रामचेत ने बताया कि उन्होंने मुंबई में अपनी कारीगरी का हुनर दिखाया और मशीन के जरिए एक पर्स बनाया. सुधीर कुमार ने भी उनके काम की सराहना की और आगे बढ़ने की प्रेरणा दी.
रामचेत मोची शुरू करेंगे अपना ब्रांड
रामचेत ने यह भी बताया कि वो अपने बेटे को भी यह व्यवसाय सिखा रहे हैं और वह अपने ब्रांड ‘रामचेत मोची’ को स्थापित करने की भी योजना बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के प्रति उनका सम्मान है क्योंकि उन्होंने उनकी छोटी सी दुकान पर बैठकर उनकी मदद की. रामचेत ने बताया कि उन्होंने अपने कारोबार का विस्तार किया है और किराये पर एक जगह लेकर वहां पर मशीन लगाई है, जहां वह जूते बनाते हैं और उनके पास दो-तीन कारीगर काम करते हैं.
राहुल ने कराई रामचेत और सुधीर कुमार की मुलाकात
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बीते 6 मार्च को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए कहा था ‘चमार स्टूडियो के संस्थापक सुधीर राजभर लाखों दलित युवाओं की कहानी को समेटे हुए हैं. आज, धारावी में सुधीर और उनकी टीम के साथ काम करते हुए, मैंने समावेशी उत्पादन नेटवर्क की अहमियत को महसूस किया – ऐसे नेटवर्क जो विभिन्न क्षेत्रों में कुशल श्रमिकों को आगे बढ़ाते हैं’
उन्होंने कहा ‘मुझे यह भी उतना ही महत्वपूर्ण लगा कि सुधीर को अपना ज्ञान और अनुभव दूसरों के साथ भी बांटना चाहिए. इसलिए हमने अपने मित्र रामचेत मोची को सुल्तानपुर से बुलाया ताकि वह सुधीर से मिल सकें और समझ सकें कि डिज़ाइन और इनोवेशन (नवाचार) उनके व्यवसाय को कैसे नया रूप दे सकते हैं’.
रामचेत से कैसे मिले राहुल गांधी
पिछले साल 26 जुलाई 2024 को राहुल गांधी सुल्तानपुर के एमपी एमएलए कोर्ट में अमित शाह पर टिप्पणी को लेकर चल रहे मानहानि केस मामले में हाजिर होने गए थे. वापसी के दौरान रास्ते में वो जूते बना रहे रामचेत मोची के पास रुके थे. इस दौरान राहुल ने रामचेत से जूता सिलने के गुर समझे थे. इस मुलाकात के बाद रामचेत मोची और उनका परिवार सुर्खियों में आ गया था. इसके बाद राहुल ने उनके लिए जूते सिलने की मशीन और कुछ रॉ सामान भेजा था.
वहीं कुछ दिन पहले रामचेत मोची अपने पूरे परिवार के साथ गांधी परिवार से मिलने दिल्ली पहुंचे थे. यहां उन्होंने सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और राहुल गांधी मुलाकात की थी. इस दौरान उन्होंने सोनिया और प्रियंका को बतौर गिफ्ट अपने हाथ की बनी हुई चप्पले गिफ्ट की थीं.