CBSE Exam:12वीं गणित के आसान सवालों ने छात्रों का बढ़ाया आत्मविश्वास…

12वीं कक्षा के गणित के परीक्षा में छात्रों को अपेक्षाकृत आसान सवालों ने उन्हें अपनी क्षमताओं पर विश्वास करने का एक और मौका दिया। परीक्षा में आए सरल और समझने योग्य सवालों ने न केवल छात्रों को राहत दी, बल्कि उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ाया। विद्यार्थियों ने इन सवालों को लेकर अपने अनुभव साझा किए और इस बात को माना कि कठिन विषय को आसानी से हल करना उनके लिए एक सकारात्मक बदलाव था।“गणित मेरे लिए हमेशा चुनौतीपूर्ण रहा है, लेकिन इस बार परीक्षा में आए आसान सवालों ने मुझे बहुत आत्मविश्वास दिया। मैं जानता था कि मुझे इन सवालों को हल करने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। इसका असर मेरे पूरे पेपर पर पड़ा और मैंने अच्छी तरह से परीक्षा दी।”“गणित हमेशा से मेरा डर था, लेकिन इस बार सवाल अपेक्षाकृत आसान थे। मैंने अच्छे से अभ्यास किया था, और इससे मुझे पेपर में ज्यादा घबराहट महसूस नहीं हुई। आसान सवालों ने मुझे आराम से पेपर हल करने का मौका दिया।“मुझे लगता है कि इस साल गणित के सवालों ने छात्रों के लिए राहत प्रदान की। आसान सवालों ने हमें अपनी तैयारी को सही दिशा में आंका और हमें अपनी मेहनत का फल दिखाया। इससे मेरा आत्मविश्वास और मजबूत हुआ।”

CBSE Exam : 12वीं कक्षा के गणित के परीक्षा में छात्रों को अपेक्षाकृत आसान सवालों ने उन्हें अपनी क्षमताओं पर विश्वास करने का एक और मौका दिया। परीक्षा में आए सरल और समझने योग्य सवालों ने न केवल छात्रों को राहत दी, बल्कि उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ाया। विद्यार्थियों ने इन सवालों को लेकर अपने अनुभव साझा किए और इस बात को माना कि कठिन विषय को आसानी से हल करना उनके लिए एक सकारात्मक बदलाव था।“गणित मेरे लिए हमेशा चुनौतीपूर्ण रहा है, लेकिन इस बार परीक्षा में आए आसान सवालों ने मुझे बहुत आत्मविश्वास दिया। मैं जानता था कि मुझे इन सवालों को हल करने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। इसका असर मेरे पूरे पेपर पर पड़ा और मैंने अच्छी तरह से परीक्षा दी।”“गणित हमेशा से मेरा डर था, लेकिन इस बार सवाल अपेक्षाकृत आसान थे। मैंने अच्छे से अभ्यास किया था, और इससे मुझे पेपर में ज्यादा घबराहट महसूस नहीं हुई। आसान सवालों ने मुझे आराम से पेपर हल करने का मौका दिया।“मुझे लगता है कि इस साल गणित के सवालों ने छात्रों के लिए राहत प्रदान की। आसान सवालों ने हमें अपनी तैयारी को सही दिशा में आंका और हमें अपनी मेहनत का फल दिखाया। इससे मेरा आत्मविश्वास और मजबूत हुआ।”


शिक्षक और विशेषज्ञ भी इस बदलाव को सकारात्मक रूप से देख रहे हैं। उनका मानना है कि आसान सवालों ने छात्रों को खुद पर विश्वास दिलाने में मदद की और उनकी गणित में रुचि को बढ़ावा दिया। कई शिक्षकों का कहना है कि यह बदलाव विद्यार्थियों को मानसिक दबाव से मुक्त करता है और उन्हें बेहतर तरीके से अपनी क्षमता का आकलन करने का अवसर देता है।12वीं गणित परीक्षा में आए आसान सवालों ने छात्रों के आत्मविश्वास को बहुत बढ़ाया। छात्रों का मानना है कि ऐसे सवाल उन्हें अपनी कठिनाईयों से उबारते हैं और गणित जैसे चुनौतीपूर्ण विषय में सफलता की ओर मार्गदर्शन करते हैं। अब, यह देखा जाएगा कि इस प्रकार के सवाल विद्यार्थियों के भविष्य के परिणामों पर क्या प्रभाव डालते हैं।

शनिवार को आयोजित कक्षा 12वीं की गणित परीक्षा को लेकर छात्रों ने मिश्रित प्रतिक्रियाएँ दीं। अधिकांश छात्रों का कहना था कि परीक्षा अपेक्षाकृत सरल थी और पाठ्यक्रम के अनुसार आई थी, जिससे उन्हें राहत महसूस हुई। हालांकि, कुछ छात्रों ने यह भी बताया कि पेपर लंबा था और कुछ सवालों ने उन्हें हल करने में थोड़ी परेशानी दी।केंद्रीय माध्यमिक  शिक्षा बोर्ड (CBSE) की बारहवीं के गणित विषय की परीक्षा शनिवार को हुई। बारहवीं के महत्वपूर्ण विषय गणित के आसान पेपर ने छात्रों के डर को दूर कर दिया। हालांकि भले ही छात्रों ने प्रश्न पत्र को आसान बताया, लेकिन इसके साथ ही यह लंबा भी रहा। कुछ छात्रों ने कुछ प्रश्नों के चुनौतीपूर्ण होने की बात कही, इस कारण से उन्हें उन प्रश्नों को हल करने में परेशानी हुई।

बारहवीं के गणित प्रश्न पत्र की लेकर छात्रों ने मिली-जुली प्रतिक्रिया दी। प्रश्न पत्र में पूछे गए प्रश्न सैंपल पेपर पर आधारित थे, इस कारण से इन्हें हल करने में छात्रों को ज्यादा कठिनाई नहीं हुई। अधिकतर छात्रों को बहुविकल्पीय प्रश्न आसान लगे। परीक्षा केंद्र से बाहर निकले छात्रों ने प्रश्न पत्र के आखिरी खंड के सवालों को थोड़ा चुनौतीपूर्ण बताया। इस कारण से उन्हें उन सवालों को हल करने में ज्यादा समय लगा और परेशानी भी हुई। इस बार पेपर में सवालों का स्तर बिल्कुल ठीक था। कुछ सवाल थोड़े विचारशील थे। बहुविकल्पीन प्रश्न ज्यादातर सैंपल पेपर से थे तो उन्हें हल करने में कोई कठिनाई नाहीं आई। पेपर संतुलित और मध्यम स्तर का रहा।पेपर मध्यम स्तर का था। प्रश्न पत्र में पूछे गए सवाल न ज्यादा आसान थे और न ही ज्यादा कठिन। सभी सवाल एनसीईआरटी पुस्तक पर ही आधारित थे। हालांकि कुछ सवाल अधिक सोचने वाले थे। इस कारण समय प्रबंधन गड़बड़ाया और वह सवाल चुनौतीपूर्ण हो गए।
इस विषय में ज्यादा डर था, लेकिन प्रश्न पत्र देखने के बाद डर पूरी तरह से खत्म हो गया। प्रश्न पत्र चैपल पेपर पर आधारित था। प्रश्न पत्र के आखिरी खंड ने थोड़ा फंगस दिया था। इन सवालों को हल करने में ज्यादा समय की जरूरत थी। पत्र के खंड ए में अधिकांश सवाल एनसीईआरटी की पुस्तक पर आधारित थे। खंड बी और सी पाठ्यक्रम के अनुसार था। खंड ही में केस स्टडी पर आधारित सवाल थे। हल करने के लिए दो-तीन बार सोचना पड़ा। प्रश्न पत्र जहां संतुलित था वहीं चुनौतीपूर्ण भी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Captcha loading...

Back to top button