
Gorakhpur News : हाल ही में खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने एक बड़े छापे के दौरान नमकीन में मिलावट की बड़ी मात्रा को पकड़ा है। छापे में नमकीन के पैकिट्स में रंग, खराब तेल और मसाले मिले हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हो सकते हैं। यह बड़ी बरामदगी खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता नियंत्रण विभाग के अधिकारियों द्वारा की गई थी।सूत्रों के अनुसार, नमकीन के बड़े पैमाने पर उत्पादन करने वाली एक फैक्ट्री से खराब गुणवत्ता वाले तेल, हानिकारक रंग और मिलावटी मसाले बरामद किए गए। यह सामग्री दुकानदारों को सप्लाई की जा रही थी, जो उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा कर रही थी।
खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की कार्रवाई
फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने कहा कि यह छापा उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किया गया था। अधिकारीयों ने चेतावनी दी है कि इस प्रकार की मिलावट से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जैसे पेट की समस्या, एलर्जी और अन्य लंबे समय तक चलने वाली बीमारियाँ।अधिकारियों ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे बाजार से खरीदी जाने वाली नमकीन, चिप्स और अन्य स्नैक्स पर ध्यान दें। यदि पैकेट पर किसी प्रकार का संदिग्ध रंग, गंध या अन्य मिलावट का संकेत हो, तो उसे खरीदने से बचें। इसके अलावा, यदि किसी भी उत्पाद का उत्पादन या एक्सपायरी डेट संदिग्ध हो, तो उसे तुरंत वापस कर दें।खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम को सूचना मिली थी कि शहर के कुछ स्थानों पर नमकीन में मिलावट की जा रही है। इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए टीम ने अंधियारीबाग स्थित परी नमकीन के कारखाने पर छापा मारा और वहां नमकीन में रंग और एक्सपायर्ड मसाले मिलाते हुए पाया।
मिलावट की सामग्री और कार्रवाई
खाद्य सुरक्षा टीम ने मौके पर नमकीन में हानिकारक रंग और एक्सपायर्ड मसाले का इस्तेमाल होते हुए देखा। टीम ने कारखाने से रंगा हुआ हरा मटर, नमकीन, बेसन, तेल और मसाले सहित पांच नमूने एकत्र किए, ताकि इनकी जांच की जा सके। टीम ने जब कार्रवाई की, तो कारखाने के संचालक ने इसका विरोध करते हुए 100 रुपये का पंजीयन प्रमाणपत्र दिखाया, लेकिन इसके बावजूद कार्रवाई जारी रही।खाद्य सुरक्षा विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधित कारखाने से नमूने लेकर उनकी गुणवत्ता की जांच करने का निर्णय लिया। टीम ने कहा कि उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।अधिकारियों ने बताया कि कारखाने के संचालक द्वारा मिलावट करने के मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने कारखाने के मालिक से विस्तृत जानकारी मांगी है और जल्द ही रिपोर्ट मिलने के बाद कानूनी प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
होली पर घर-घर खपाने के लिए मिलावटखोरों ने खराब तेल व मसालों से बड़ी मात्रा में नमकीन तैयार किया है। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने शुक्रवार को अंधियारी बाग में संचालित परी नमकीन ब्रांड के कारखाना पर छापा मारा तो वहां तीन क्विंटल खराब नमकीन बरामद किया गया।इसके अलावा ढाई क्विंटल एक्सपायर्ड मसाले और तेल भी बरामद किया गया। जहां नमकीन बनाई जा रही थी, वहां गंदगी भी थी। टीम ने नमकीन के पांच नमूने लिए और उन्हें नष्ट कराया। एक्सपायर हो चुके मसाले को पानी में डाला तो रंग लाल हो गया। इसके अलावा एक सप्ताह पहले बस स्टेशन से पकड़े गए खोवा का अब तक कोई दावेदार नहीं आने पर उसे भी नष्ट कराया गया।
खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम को सूचना मिली थी कि शहर में कुछ जगहों पर नमकीन में भी मिलावट हो रही है। टीम अंधियारीबाग में संचालित परी नमकीन के कारखाने पर पहुंची तो वहां नमकीन में रंग और एक्सपायर्ड मसाला मिलाते पकड़ा गया। संचालक ने कार्रवाई का विरोध करते हुए 100 रुपये का पंजीयन प्रमाणपत्र दिखाया। टीम ने यहां से रंगा हुआ हरा मटर, नमकीन, बेसन, तेल और मसाले सहित पांच नमूने लिए।इसके बाद कारखाने को बंद करने का निर्देश दिया। इसके बाद टीम ने गीडा में भी नमकीन और पिपराइच में किराने की दुकान से बेसन और तेल का नमूना लिया। टीम में मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी हितेंद्र मोहन तिवारी, खाद्य सुरक्षा अधिकारी उमाशंकर सिंह, शैलेंद्र श्रीवास्तव, प्रतिमा उपाध्याय शामिल रहे।
निजामपुर में तीसरी मंजिल पर चल रहा था मिठाई का कारखाना
खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने शहर के निजामपुर में एक घर की तीसरी मंजिल पर चल रहे पेड़ा के कारखाने को पकड़ा। वहां मैदा और चीनी रखी हुई थी। टीम पहुंची तो पहले दरवाजा खोलने के लिए आई कार्ड मांगा गया। इसके बाद एक महिला दरवाजे पर पहुंच गई।खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम में शामिल महिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने घर में प्रवेश किया तो तीसरी मंजिल पर कारखाना चलता मिला। टीम ने घर में लगे सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर मांगी तब जाकर मिठाई बनाने की बात घरवालों ने स्वीकार की। वहां मिठाई का नमूना लिया गया।अंधियारीबाग में संचालित नमकीन फैक्टरी की जांच कर पांच नमूने लिए गए। वहां एक्सपायर्ड मसाले, खराब नमकीन के साथ सिंथेटिक रंग भी मिला। इसके अलावा पेड़ा बनाने के एक कारखाने से भी नमूना लिया गया…