
कल आठ मार्च है, यानी अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस है. इस खास मौके पर हर तरफ महिलाओं के सशक्तिकरण को लेकर नई-नई बातें की जाएंगी. ऑफिस और घरों में महिलाओं को लेकर समाज में हो रही चीजों पर बात की जाएगी, लेकिन फिर एक दिन का शोर मचाकर उन्हें उनके हाल पर लड़ने के लिए छोड़ दिया जाएगा. कमाल की बात है कि जिस देश में महिलाओं को गाड़ी चलाने के लिए ये कहकर टाल दिया जाता है कि वो अच्छी ड्राइवर नहीं बन सकतीं, उसी देश में पूरे परिवार को संभालने और घर चलाने की जिम्मेदारी उनके कंधों पर ये कहकर डाल दी जाती है कि इस गाड़ी को चलाना तो आपका फर्ज है और आपको फ्रंट सीट पर ड्राइविंग करनी है. फिर भी कई महिलाएं फ्रंट सीट पर बैठकर स्टेरिंग अपने हाथ में लेती हैं और ना सिर्फ घर चलाती हैं, बल्कि ऑफिस, सत्ता और कई बार देश भी संभालती हैं.
वैसे तो आपने कई तरीके की Women Centri Films देखी होंगी, लेकिन आज हम आपके लिए कुछ ऐसी फिल्में लेकर आए हैं जिनका नाम आपको सुनने में अटपटा लग सकता है, लेकिन ये फिल्में आपको बहुत कुछ सिखा जाती हैं. ये आपको ना सिर्फ असली फेमिनिज्म का मतलब सिखाती हैं बल्कि आपको बताती हैं कि आखिर एक औरत चाहती क्या है और जब वो अपने हाथों में अपने जीवन की कमान लेती है तो आगे क्या होता है.
‘टोटा पटाखा आइटम माल’
जी हां आपने सही पढ़ा, ये एक फिल्म का नाम है. आपने शायद ही इस फिल्म का नाम सुना हो. साल 2019 में आई ये एक घंटा 47 मिनट की फिल्म एक रात की कहानी है. जब चार अलग-अलग तरीके की जिंदगी जीने वाली महिलाएं एक साथ मिलती हैं और फिर कुछ ऐसा करती हैं जो किसी ने भी नई सोचा होगा. फिल्म को आदित्य कृप्लानी ने डायरेक्ट किया था. फिल्म देखने के बाद आपको अच्छे से समझ आ जाएगा कि एक लड़की होना कई बार कितना डरावना हो सकता है.
‘त्रिभंगा’
काजोल एक बहुत की क्लासी एक्ट्रेस हैं. ये फिल्म इस बात का सबूत है. त्रिभंगा तीन जेनेरेशन्स की कहानी है. फिल्म में मां बेटी के रिश्ते को बहुत की खूबसूरती से दिखाया गया है. फिल्म की कास्ट में काजोल के अलावा मिथिला पालकर, तन्वी आजमी, कुणाल रॉय कपूर जैसे कमाल के कलाकार हैं.
‘ए सूटेबल ब्वॉय’
‘ए सूटेबल बॉय’ साल 2020 में रिलीज हुई थी. मीरा नायर ने इस वेब सीरीज को डायरेक्ट किया है. विक्रम सेठ के इसी नाम के नॉवेल पर इसकी कहानी आधारित है. सीरीज चार परिवारों की कहानी दिखाती है. इसकी कहानी रूपा मेहरा के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपनी सबसे छोटी बेटी लता के लिए पति की तलाश कर रही हैं. लेकिन कैसा होना चाहिए एक सूटेबल ब्वॉय ये एक बड़ा सवाल है. सीरीज में तब्बू, ईशान खट्टर,तान्या मानिकतला, रसिका दुग्गल जैसे कलाकार हैं.
‘सर’
क्या प्यार काफी है? ये एक बहुत बड़ा सवाल है. साल 2018 में आई फिल्म ‘Sir’ एक शानदार फिल्म है, जिसे रोहेना गेरा ने डायरेक्ट किया है. फिल्म में तिलोत्तमा शोम और विवेक गोम्बर ने लीड रोल निभाए हैं. फिल्म को कई अवॉर्ड्स भी मिले हैं. कहानी है यूएस से भारत लौटे अश्विन और उसके घर में काम करने वाली रत्ना की. अश्विन को रत्ना से प्यार हो जाता है, लेकिन दोनों की दुनिया के बीच का फर्क बहुत बड़ा है. साथ ही रत्ना का सपना है कि वो एक कामयाब डिजाइनर बने. रत्ना के सपने और अश्विन के प्यार की ये कहानी आपको जरूर देखना चाहिए.
पगलेट
सान्या मल्होत्रा की फिल्म Mrs की वैसे भी खूब चर्चा हो रही है. अच्छी चाहें बुरी, चर्चा तो हो रही है. खैर मिसेज से पहले भी सान्या ने कमाल की फिल्मों में काम किया है. ये फिल्म भी उन्हीं में से एक है. फिल्म की कहानी एक ऐसी लड़की के इर्द-गिर्द घूमती है जिसके पति री अभी-अभी मौत हो गई है. उसके आसपास सब रो रहे हैं, लेकिन उसको किसी तरह की कोई फीलिंग नहीं हो रही. ऐसा क्यों है और कहां तक जाती है ये कहानी, फिल्म में देख सकते हैं.