अमेरिका में बढ़ते तनाव के बीच भारत ने ट्रंप पर अलर्ट जारी किया, छात्रों को दी अहम सलाह..

भारत ने अमेरिका में पढ़ रहे अपने छात्रों को अमेरिकी कानूनों का पालन करने की सलाह दी है क्योंकि हाल ही में एक भारतीय रिसर्चर को ट्रंप प्रशासन ने गिरफ्तार किया था और दूसरे स्टूडेंट को कनाडा में सेल्फ डिपोर्ट करना पड़ा था. भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा है कि अगर किसी भारतीय छात्र को कोई समस्या आ रही है तो हमारा वाणिज्य दूतावास और हमारी सरकार, एंबेसी उनकी भलाई और सुरक्षा के लिए वहां मौजूद है. अगर कोई भारतीय छात्र मदद चाहता है तो हम उसकी मदद करना जारी रखेंगे.

भारत ने अमेरिका में पढ़ रहे अपने छात्रों को अमेरिकी कानूनों का पालन करने की सलाह दी है क्योंकि हाल ही में एक भारतीय रिसर्चर को ट्रंप प्रशासन ने गिरफ्तार किया था और दूसरे स्टूडेंट को कनाडा में सेल्फ डिपोर्ट करना पड़ा था. भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा है कि अगर किसी भारतीय छात्र को कोई समस्या आ रही है तो हमारा वाणिज्य दूतावास और हमारी सरकार, एंबेसी उनकी भलाई और सुरक्षा के लिए वहां मौजूद है. अगर कोई भारतीय छात्र मदद चाहता है तो हम उसकी मदद करना जारी रखेंगे.

जायसवाल ने कहा कि बड़ी संख्या में भारतीय अमेरिकी विश्वविद्यालयों में अध्ययन कर रहे हैं और सरकार अमेरिका के साथ शैक्षिक संबंधों को मजबूत करना चाहती है. उन्होंने कहा कि दोनों भारतीयों (बदर खान सूरी और रंजनी श्रीनिवासन) ने सहायता के लिए अमेरिका में भारतीय दूतावासों से संपर्क नहीं किया. हमास का सपोर्ट करने वाले भारतीय नागरिक बदर खान सूरी को हाल ही में गिरफ्तार किया गया था और रंजनी श्नीनवासन को अमेरिका से निर्वासित होना पड़ा था. वह अमेरिका छोड़ कनाडा में सेल्फ डिपोर्ट हो गई थीं.

बदर पर हमास का प्रचार करने का आरोप
अमेरिकी अधिकारियों ने जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय के एक भारतीय छात्र बदर खान सूरी को हिरासत में लिया है और उसे डिपोर्ट किया जा सकता है. शख्स पर हमास से संबंध रखने का आरोप है. बदर खान सूरी भारत में जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय से PHD हैं. उनकी पत्नी गाजा से हैं. ट्रंप प्रशासन ने बदर का वीजा रद्द कर दिया है और उन पर हमास का प्रचार करने का आरोप लगाया है.

खुद को डिपोर्ट करते हुए रंजनी ने छोड़ा US
इससे पहले ट्रंप प्रशासन ने कोलंबिया यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली भारतीय छात्रा रंजनी श्रीनिवासन का वीजा रद्द दिया था. वीजा रद्द होने के बाद रंजनी ने कस्टम्स एंड बॉर्डर प्रोटेक्शन होम ऐप का इस्तेमाल कर खुद को डिपोर्ट करते हुए अमेरिका छोड़ दिया. रंजनी पर भी यही आरोप है कि वह आतंकी संगठन हमास को समर्थन देने वाली गतिविधियों में शामिल थीं. रंजनी कोलंबिया यूनिवर्सिटी में रिसर्च स्कॉलर थीं.

अमेरिका में ट्रंप का मिशन डिपोर्टेशन शुरू!
राष्ट्रपति बनने के बाद से ही डोनाल्ड ट्रंप अवैध अप्रवासियों पर लगातार कार्रवाई कर रहे हैं. सख्त माइग्रेशन नीति के तहत उन्होंने अवैध अप्रवासियों को अमेरिका से निर्वासित करना शुरू कर दिया है. ट्रंप सरकार चाहती है कि अवैध अप्रवासी सेल्फ डिपोर्ट करें और इसे CBP होम ऐप पर रिकॉर्ड करें. ट्रंप प्रशासन ने ऐसे भारतीयों को वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिनके पास अमेरिका में रहने के लिए पर्याप्त वैध दस्तावेज नहीं हैं. अमेरिका करीब सवा सात लाख भारतीयों को अवैध प्रवासी मानता है.

 

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